अयोध्याधर्म

लखनऊ से छह दिवसीय पदयात्रा पूरी कर 350 मुस्लिम श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे और मंदिर में दर्शन किए।

मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) के नेतृत्व में समूह ने 25 जनवरी को लखनऊ से अपनी यात्रा शुरू की थी और छह दिवसीय पदयात्रा पूरी कर 350 मुस्लिम श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे और रामलल्ला के दर्शन किये ।बता दें कि एमआरएम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) समर्थित मंच है। एमआरएम के मीडिया प्रभारी शाहिद सईद ने बुधवार को जानकारी दी।
शाहिद ने बताया कि ‘जय श्री राम’ का नारा लगाते हुए 350 मुस्लिम श्रद्धालुओं का समूह कड़कड़ाती ठंड के बीच करीब 150 किलोमीटर की पैदल दूरी तय कर मंगलवार को अयोध्या पहुंचा। वे रात में आराम के लिए हर 25 किलोमीटर पर रुकते थे और अगली सुबह अपनी यात्रा जारी रखते थे।
छह दिनों के बाद, घिसे-पिटे जूते और थके हुए पैरों के साथ श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे और नव प्रतिष्ठित राम लला की मूर्ति के प्रति अपनी श्रद्धा अर्पित की।
उन्होंने कहा, ”भक्तों ने इमाम-ए-हिंद राम के इस गरिमामय दर्शन को एक स्थायी और पोषित स्मृति के रूप में माना।” उन्होंने कहा कि मुस्लिम उपासकों के इस कृत्य ने एकता, अखंडता, संप्रभुता और सद्भाव का संदेश दिया।दर्शन के बाद समूह का नेतृत्व कर रहे एमआरएम संयोजक राजा रईस और प्रांतीय संयोजक शेर अली खान ने कहा कि भगवान राम सबके पूर्वज हैं।
रईस और खान ने इस बात पर जोर दिया कि देश और मानवता के प्रति प्रेम को धर्म, जाति और पंथ से ऊपर प्राथमिकता दी जाती है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कोई भी धर्म दूसरों की आलोचना, उपहास या तिरस्कार नहीं सिखाता।

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