राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि कोविड-19 महामारी के दौर में देश में प्रभावी प्रबंधन के कारण इस मानवीय त्रासदी से कम से कम नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण अभियान में भी भारत ने अपनी पहल से विश्वभर में खास पहचान बनाई है।
मिश्र शनिवार को इंटरनेशनल गुडविल सोसायटी ऑफ इण्डिया के 32 वें राष्ट्रीय अधिवेशन में उपस्थित अतिथियों को ‘कोविड-19 में अर्थव्यवस्था’ विषय पर ऑनलाइन संबोधित कर रहे थे। मिश्र ने इससे पहले प्रख्यात अभिनेता एवं समाजसेवी सोनू सूद को जस्टिस नरेन्द्र सिंह स्मृति अन्तरराष्ट्रीय शांति पुरस्कार से ऑनलाइन सम्मानित भी किया।
मिश्र ने कहा कि विश्वभर में कोरोना महामारी ने इस कदर कहर बरपाया कि कोई भी इसके प्रभाव से प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से अछूता नही रहा। भारत में इस महामारी से निपटने के जो उपाय समय रहते अपनाये गये, वह पूरे विश्व में मिसाल बने। युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए वित्तीय सुविधाओं का विस्तार करते हुए देशभर में ऐसी कारगर योजनाएं शुरू की गई जिससे आमजन का भरोसा बढ़ा और अर्थव्यवस्था को पुन: गति मिली।
भारत ने वैक्सीन उत्पादन के साथ ही दूसरे देशों को इसे उपलब्ध कराने की पहल भी की। अब तक 20 देशों को वैक्सीन की 1.6 करोड़ से ज्यादा खुराक भारत निर्यात कर चुका है। भारत ने आरम्भ के 24 दिनों में ही अपने 70 लाख लोगों को टीके लगाने में कामयाबी हासिल की। यह लक्ष्य पाने में अमेरिका को 26 और ब्रिटेन को 46 दिन लगे थे।
मिश्र ने अभिनेता सोनू सूद को बधाई देते हुए कहा कि वैश्विक महामारी से पैदा हुए मानवीय संकट को दूर करने के लिए उन्होंने जिस संवेदनशीलता और सेवाभाव का परिचय दिया वह समाज के लिए अनुकरणीय है। मिश्र ने इस अवसर पर सोसायटी की 32वीं स्मारिका का विमोचन भी किया। सोनू सूद ने अपने संबोधन में कहा कि लॉकडाउन के दौरान कुछ लोगों को भोजन पहुंचाने के साथ उनका जो सफर शुरू हुआ वह हजारों लोगों को घर पहुंचाने, रोजगार से जोड़ने और इलाज उपलब्ध कराने के साथ आज भी जारी है।
सिलिकॉन वैली अमेरिका से जुड़े गूगल के प्रतिनिधि अमित शर्मा, वनस्थली विद्यापीठ के कुलपति डॉ. आदित्य शास्त्री, इंटरनेशनल गुडविल सोसायटी ऑफ इण्डिया के अध्यक्ष डॉ. योगेन्द्र नारायण, महासचिव आर.के भटनागर ने भी कार्यक्रम में विचार व्यक्त किये।