पशुपालन विभाग ने नवीन एवं क्रमोन्नत पशु चिकित्सा संस्थाओं में विभिन्न संवर्गों के 1 हजार 400 नवीन पदों की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी की है। बजट घोषणाओं के दृष्टिगत क्रमोन्नत एवं खोली जाने वाली इन नवीन संस्थाओं के लिए प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी की गई है। स्वस्थ पशुधन सम्पदा के लिए बढ़ाये गये इस कदम से प्रदेश के पशुपालकों को घर के नजदीक ही इलाज की सुविधा मिल सकेगी।
कृषि एवं पशुपालन मंत्री लालचन्द कटारिया ने बताया कि प्रदेश में संचालित समस्त 198 पशु औषधालयों को पशु चिकित्सालयों में क्रमोन्नत किया गया है, जिनमें 198 पशु चिकित्साधिकारियों, 198 पशुधन परिचरों सहित कुल 396 नवीन पदों का सृजन किया गया है। पशु चिकित्सा उपकेंद्रों से क्रमोन्नत 200 पशु चिकित्सालयों के लिए 200 पशु चिकित्साधिकारी एवं 200 पशुधन परिचर सहित कुल 400 नए पद सृजित किये हैं। इसके अलावा 300 नवीन पशु चिकित्सा उपकेंद्र खोलने के लिए 300 पशुधन सहायकों एवं 300 जलधारी सहित कुल 600 नवीन पद सृजित किये हैं।
कटारिया ने बताया कि भरतपुर जिले के सिनसिनी एवं अजमेर जिले के बोराड़ा (किशनगढ़) में संचालित पशु चिकित्सालय को प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय में क्रमोन्नत किया गया है। इन संस्थाओं में पशु चिकित्साधिकारी के पद को वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी में क्रमोन्नत करते हुए पशुधन सहायक के दो नए पदों का सृजन भी किया गया है। नागौर जिले के पीलवा (डीडवाना) में एक नवीन पशु चिकित्सा उप केन्द्र खोलने के लिए पशुधन सहायक एवं जलधारी के एक-एक नवीन पद का सृजन किया गया है।