दर्शकों ने सचिवालय में टेलीस्कोप के माध्यम से आकाशीय पिंडों को निहारा
जयपुर। सचिवालय लॉन में गुरुवार शाम को एक संक्षिप्त समारोह में ‘नाइट स्काई टूरिज्म’ कार्यक्रम को आधिकारिक रूप से लॉन्च किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने कहा कि टेलीस्कोप और इस तरह के अन्य एस्ट्रोनॉमी उपकरणों की मदद से नाइट स्काई टूरिज्म राज्य में नाइट टूरिज्म को बढ़ावा देगा। महामारी की समाप्ति के साथ ही पर्यटन के साथ कला एवं सांस्कृतिक गतिविधियों को फिर से आरम्भ किया जा रहा है।
इस अवसर पर मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने कहा कि टेलीस्कोप के माध्यम से खगोलीय पिंड बिल्कुल भिन्न दिखाई देते हैं। खगोल विज्ञान के उपकरणों में हुई प्रगति और हॉई पावर टेलीस्कोप की सहायता से विजिटर्स अब खगोलीय पिंडों को निहार सकेंगे।
राजस्थान सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की शासन सचिव मुग्धा सिन्हा ने कहा कि राज्य सरकार ने लॉकडॉउन के बाद नाईट टूरिज्म आरम्भ करने की पहल की है। जयपुर के लोगों को नवीन खगोलीय तकनीक के उपयोग से अब रात्रि में आकाश, तारे, ग्रह, चंद्रमा आदि देखने का अवसर है। यह पहल सुनिश्चित करेगी कि इतिहास एवं विरासत के साथ-साथ जयपुर को विज्ञान एवं तकनीकी प्रगति के लिए जाना जाता है।
इस कार्यक्रम का आयोजन जवाहर कला केंद्र के सहयोग से राजस्थान सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग और कला एवं संस्कृति विभाग द्वारा किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में सचिवालय के अधिकारियों और कर्मचारियों ने टेलीस्कोप के माध्यम से तारों का अवलोकन किया।