जयपुर। स्कूल फीस को लेकर निजी स्कूल संचालकों और अभिभावकों के बीच जंग बढ़ती जा रही है। मंगलवार को सरकार ने निजी स्कूल संचालकों को स्कूल खुलने तक फीस नहीं लेने के निर्देश दिए तो बुधवार को निजी स्कूल संचालकों ने शिक्षकों को ढाल बनाकर प्रदर्शन करवा दिया।
निजी स्कूलों के शिक्षकों ने स्टेच्यु सर्किल पर सरकार के फैसले के विरोध में प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में शिक्षक हाथों में तख्तियां लेकर सर्किल पर आ जुटे और प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान सोश्यल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ी। कहा यह भी जा रहा है कि शिक्षकों ने बिना प्रशासन की अनुमति के सर्किल पर प्रदर्शन कर कानूनों की धज्जियां भी उड़ाई।
प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों का कहना था कि सरकार के आदेश के कारण शिक्षकों, स्कूल में चलने वाले ऑटो चालकों व स्कूलों से रोजगार प्राप्त करने वाले अन्य लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। इसलिए सरकार स्कूलों को आर्थिक राहत पैकेज दे।
इस बीच पेरेंट्स वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष दिनेश कांवट के नेतृत्व में अभिभावकों ने शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के निवास पर पहुंचकर इन निर्देशों के लिए अभिवादन किया और कहा कि सरकार के इस निर्देश से अभिभावकों को राहत मिलेगी। स्कूलों का अनावश्यक दबाव कम होगा।
कोरोना काल में लोगों पर पड़े आर्थिक संकट को देखते हुए कई निजी स्कूल तीन महीनों की फीस माफ कर चुके हैं और कई स्कूल फीस में कमी कर रहे हैं। बुधवार को राजधानी की प्रतिष्ठित महाराजा सवाई भवानी सिंह स्कूल और द पैलेस स्कूल ने अभिभावकों को फीस भुगतान में राहत देने का निर्णय लिया है।
दोनों स्कूलों के प्रबंधन ने विज्ञप्ति जारी कर फीस में 20 फीसदी की राहत देने, अन्य कोई चार्ज नहीं लेने, फीस का तिमाही भुगतान में परेशानी होने पर मासिक फीस भुगतान करने की स्वतंत्रता प्रदान की है।