कांग्रेस की हार भाजपा से नहीं बल्कि अपनी पार्टी के जयचंदों से हुई है : चांदना
जयपुर जिला प्रमुख चुनाव में कांग्रेस का बहुमत होते हुए भी क्रॉस वोटिंग और बगावत के चलते भाजपा की जिला प्रमुख बन गई। इसके बाद अब पंचायत और जिला परिषद चुनाव (Panchayat and Zilla Parishad elections) को लेकर कांग्रेस में कलह शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री गहलोत समर्थक (Gehlot supporter)माने जाने वाले खेल मंत्री अशोक चांदना ने मंगलवार को नाम लिए बिना सचिन पायलट खेमे पर हमला बोला और कुछ नेताओं को जयचंद तक कह दिया।
चांदना ने कहा कि मुझे बीजेपी से कोई शिकायत नहीं, लेकिन कुछ जयचंद बीजेपी के हाथ बिके हुए हैं। कांग्रेस में रहकर बीजेपी का काम कर रहे हैं। ये लोग रह तो कांग्रेस में रहे हैं, लेकिन काम बीजेपी का कर रहे हैं। एक साल पहले ही बीजेपी के हाथ बिक चुके थे।
कांग्रेस आलाकमान ने और मुख्यमंत्री ने एक साल पहले भूलो और माफ करो की नीति के तहत बड़ा दिल रखकर सबका स्वागत किया। उसके बाद भी अगर इस तरह की धोखाधड़ी पार्टी के साथ होती है तो निश्चित रूप से ऊपर तक शिकायत जाएगी। आलाकमान ने माफ किया तो आगे कार्रवाई भी करेंगे। ये लोग कांग्रेस के अंदर रहकर कांग्रेस को निपटाने का काम कर रहे हैं, जो जनता के सामने है। राजनीति में मुर्दे दफन नहीं होते हैं।
अशोक चांदना की ओर से जयचंद बताने के बयान पर पलटवार करते हुए पायलट कैंप के विधायक इंद्रराज गुर्जर ने कहा कि पहले अशोक चांदना इस बात का जवाब दें कि जैसलमेर में जिस तरीके से कांग्रेस का बहुमत होने के बाद भी कांग्रेस का जिला प्रमुख नहीं बन पाया था और क्रॉस वोटिंग हुई थी उस समय जयचंद कौन थे।
गुर्जर ने कहा कि जयपुर में जिला प्रमुख नहीं बनने का दुख उन्हें भी है। मैंने भी अपने कैंडिडेट भेजे थे और अन्य नेताओं ने भेजे थे लेकिन इस बात को इस तरीके से जोडऩा गलत है। सभी लोग पार्टी के लिए ही काम करते हैं।
कांग्रेस में कहा जा रहा है कि जिला प्रमुख चुनाव में बगावत करने वाले दोनों जिला परिषद सदस्यों को सचिन पायलट समर्थक विधायक वेद प्रकाश सोलंकी के कहने पर टिकट दिए थे। कांग्रेस हाईकमान को भेजे जाने वाली रिपोर्ट में भी वेद प्रकाश सोलंकी को क्रॉस वोटिंग के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कार्रवाई की सिफारिश की है। उधर वेद प्रकाश सोलंकी ने खुद पर लगे आरोपों को गलत बताया और कहा कि स्थानीय कांग्रेस नेता गड़बड़ी करेंगे। इस बारे में पहले ही प्रदेशाध्यक्ष को अवगत करा दिया था। फिर भी संगठन ने कोई कदम नहीं उठाया। अब उन्हें जिम्मेदार ठहराना गलत है। बाकी जिलों में भी क्रॉस वोटिंग हुई है।