जयपुर

गुजरात चुनावों को लेकर कांग्रेस में घबराहट, सोनिया से मिले गहलोत, दिया फीडबैक

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात की। गुजरात दौरे पर जाने से पहले गहलोत ने सोनिया गांधी से संगठन चुनावों और गुजरात विधानसभा चुनावों को लेकर चर्चा की है। गहलोत ने राजस्थान को लेकर भी फीडबैक दिया है। गहलोत सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद गुजरात दौरे पर गए हैं। कहा जा रहा है कि गुजरात चुनाव को लेकर कांग्रेस में घबराहट है, क्योंकि अभी तक तो उनका सामना भाजपा से होता रहा है, लेकिन इस बार कांग्रेस को आम आदमी पार्टी से भी दो-दो हाथ करने होंगे।

कांग्रेस में कहा जा रहा है कि गुजरात में पिछली बार जहां 77 सीटें मिली थी और कांग्रेस दूसरी पार्टी के रूप में रही थी, वहीं इस बार मुस्लिम वोटरों को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच जबरदस्त टक्कर रहने वाली है। वोटरों को अपनी तरफ खींचने के लिए अरविंद केजरीवाल ने गुजरात में डेरा जमा रखा है। चुनाव कार्यकर्ताओं के दम पर होते हैं और इस समय कार्यकर्ताओं के आम में भागने का सिलसिला चल रहा है। कांग्रेस के पास कार्यकर्ताओं का टोटा होने लगा है। गुजरात ही क्या राजस्थान में भी कार्यकर्ताओं का टोटा है, ऐसे में कांग्रेस में घबराहट का माहौल बना हुआ है।

कांग्रेस सूत्रों के अनुसार गहलोत ने सोनिया गांधी को आम आदमी पार्टी की स्थिति का ही फीडबैक प्रमुखता से दिया है। इसके बाद वह गुजरात के लिए रवाना हो गए। गांधी परिवार के सबसे ज्यादा विश्वासपात्र होने के कारण सोनिया गांधी ने गहलोत को ही गुजरात चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी है। ऐसे में अब गहलोत का विशेष ध्यान गुजरात पर रहेगा और अरविंद केजरीवाल की फ्री वाली राजनीति का मुकाबला गहलोत के साथ होगा। गुजरात को देखते हुए ही इस समय कांग्रेस आम आदमी पार्टी पर हमलावर है। दिल्ली में लिकर पॉलिसी को लेकर कांग्रेस भी आम आदमी पार्टी, अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया पर जमकर निशाना साध रही है, ताकि गुजरात में उसे पटखनी दी जा सके।

मीडिया वाले चल रहे मेरा नाम
दिल्ली में मीडिया से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मेरा नाम तो चला दिया है और मैं यह लंबे अरसे से सुन रहा हूं, लेकिन मुझसे कोई चर्चा कर नहीं रहा है। मेरा नाम मीडिया वाले चला रहे हैं कि आप अध्यक्ष बन रहे हैं, अध्यक्ष बनेंगे। नाम कई हैं देश के अंदर, संगठन में कई कार्यकर्ता हैं और एक से बढ़कर एक हैं। जब मौका आएगा तो सब मिलकर अध्यक्ष का चुनाव करेंगे। अभी देश के जो हालात हैं, उसमें तमाम लोग मिलकर एक राय होकर ही अध्यक्ष का चुनाव करेंगे तो बेहतर होगा।

राहुल अध्यक्ष नहीं बने तो कई नेता कार्यकर्ता घर बैठ जाएंगे
गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी अध्यक्ष पद पर आएंगे तभी कांग्रेस नए सिरे से उभरकर आएगी। राहुल गांधी नहीं आएंगे तो लोग निराश हो जाएंगे और घर बैठ जाएंगे। सबकी यह भावना है कि राहुल गांधी पार्टी का नेतृत्व करें। हमारा उन पर दबव रहेगा कि वे अध्यक्ष बनें, यह प्रयास रहेगा। अभी तो हमें उनकी भारत जोड़ो यात्रा को भी सफल बनाना है। उल्लेखनीय है कि गहलोत कई बार कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए राहुल गांधी के नाम की पैरवी कर चुके हैं। गहलोत के अलावा कई और नेता भी राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहे हैं।

गुजरात में जीत का दावा
गहलोत ने गुजरात को लेकर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि गुजरात चुनाव को लेकर हम सब लोग गंभीर हैं, वहां पर हमारा फोकस है। वहां बीजेपी 27 साल से राज कर रही है। गुजरात मॉडल केवल धोखा था। प्रधानमंत्री बनने के लिए मोदी ने गुजरात मॉडल की मार्केटिंग की। अब आप देख रहे हैं छह महीने पहले गुजरात में बीजेपी को मुख्यमंत्री से लेकर पूरा मंत्रिमंडल तक बदलना पड़ा। ऐसा पहली बार हुआ है। उन्हें यह इसलिए करना पड़ा क्योंकि पहले जो लोग थे उन्होंने गुजरात को बर्बाद कर दिया। जनता में वहां बीजेपी के प्रति बहुत गुस्सा है और इस बार वहां हम अच्छी टक्कर देंगे।

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