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बंटाढार..! 100 ग्राम वजन ज्यादा निकला और फोगाट के हाथ से फिसला सोने/चांदी का पदक..

अपने 50 किलो भार वर्ग की महिला कुश्ती में तो विनेश फोगाट ने गजब का नियंत्रण दिखाया और महिला कुश्ती के ओलंपिक फाइनल में जगह भी बना ली लेकिन अपने ही भार पर उनका नियंत्रण नहीं रहा। केवल 100 ग्राम वजन अधिक क्या हुआ कि फाइनल में उनसे सोने या चांदी के पदक उम्मीदों का बंटाढार हो गया। विनेश फोगाट का वजन मानक वजन (50 किलोग्राम) से 100 ग्राम अधिक होने के कारण उन्हें डिस्क्वालिफाई (अयोग्य) घोषित कर दिया गया है। वे आज होने वाला फाइनल नहीं खेल सकेंगी। फोगाट का 100 ग्राम ज्यादा पाये जाने के कारण अथॉरिटी ने यह फैसला लिया है.
आईओए ने आज एक बयान में कहा, “यह खेदजनक है कि भारतीय दल महिला कुश्ती 50 किग्रा वर्ग से विनेश फोगट को अयोग्य घोषित किए जाने की खबर साझा कर रहा है। रात भर टीम के जरिए किए गए बेहतरीन कोशिशों के बावजूद, आज सुबह उसका वजन 50 किग्रा से कुछ ग्राम अधिक था। इस समय दल के जरिए कोई और टिप्पणी नहीं की जाएगी। भारतीय दल आपसे विनेश की निजता का सम्मान करने का अनुरोध करता है. वह आगे की प्रतियोगिताओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहेगा।”
एक भारतीय कोच ने कहा- आज सुबह उसका वजन 100 ग्राम अधिक पाया गया। नियम इसकी अनुमति नहीं देते और उसे अयोग्य घोषित कर दिया गया है। इस तरह से भारत की उम्मीदों ने दम तोड़ दिया है। जब से उन्होंने फाइनल में एंट्री मारी थी। हर कोई खुशी में झूम रहा था, लेकिन इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने हर किसी को हैरान कर दिया।
इससे पहले सूत्रों से जानकारी मिली थी कि महिला पहलवान विनेश फोगाट का वज़न बॉर्डर लाइन से लगभग 100 ग्राम ज़्यादा था, जिसकी वजह से उन्हें अयोग्य ठहराया जा सकता है. प्रतियोगिता के नियमों के मुताबिक, फोगाट रजत पदक के लिए भी पात्र नहीं होंगी और 50 किलोग्राम में सिर्फ़ स्वर्ण और कांस्य पदक जीतने वाले ही हिस्सा ले सकेंगे.
दो दिन वेट कैटेगरी में रहना होता है
उन्होंने मंगलवार के मुकाबलों के लिए वजन फिक्स कर लिया था लेकिन नियम के मुताबिक, पहलवानों को प्रतियोगिता के दोनों दिन अपने वेट कैटेगरी में ही रहना होता है। यह पहली बार नहीं है जब फोगाट को 50 किलोग्राम वेट कैटेहरी में जगह बनाने में मुश्किल हुई है, जो कि 53 किलोग्राम वेट कैटेगरी की तुलना में कम है, जिसमें वह आमतौर पर प्रतिस्पर्धा करती हैं। ओलंपिक क्वालीफायर के दौरान भी उन्हें इसी तरह की परेशानी का सामना करना पड़ा था, जहां वह बहुत कम अंतर से कट में जगह बनाने में सफल रही थीं।
मंगलवार को फोगाट ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गई थीं। स्वर्ण पदक के लिए उन्होंने दुनिया की नंबर 1 और प्रबल दावेदार जापान की युई सुसाकी हराया था और इसके बाद यूक्रेन और क्यूबा की पहलवानों पर दो और शानदार जीत दर्ज की थी।

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