पटियाला का रहने वाला जतिन जिंदल दिनभर कंप्यूटर के काम में बिजी रहता था। बीएससी आईटी पास जतिन ने एक व्हॉट्सएप ग्रुप भी बना रखा था। जतिन की लग्जरी लाइफ का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उसने महज 10 दिन में 10 करोड़ रुपये कमाए थे। पंचकुला पुलिस जतिन का पीछा करते-करते पटियाला तक पहुंची और उसे धर दबोचा। काली कमाई का तरीका जब आरोपी ने बताया तो अधिकारी दंग रह गए।
पंचकुला साइबर थाना पुलिस ने 9 करोड़ 68 लाख रुपये की साइबर ठगी के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। डीसीपी पंचकुला हिमाद्री कौशिक ने जानकारी देते हुए बताया कि इस गैंग के द्वारा ठगे गए पैसे इंडिया से बाहर विदेश में भेजे जाते थे। विदेश में बैठे एक व्यक्ति की जांच की जा रही है। पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों को पंजाब के पटियाला से गिरफ्तार किया है। डीसीपी ने कहा कि इस मामले में कई और आरोपियों की गिरफ्तारी होनी बाकी हैं। लोगों से ठगा गया पैसा बाहर भेजा जाता था और इसकी जांच पुलिस द्वारा की जा रही है।
डीसीपी पंचकुला ने बताया कि व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करवाकर इन्वेस्टमेंट करने के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी की गई थी। शिकायतकर्ता से 9.68 करोड़ रुपये की इन्वेस्टमेंट करवा कर साइबर ठगी की गई। यह गैंग व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर लोगों को झांसा देता था और कुछ फर्जी लोगों से मैसेज करवाकर लोगों को विश्वास में लेता था। आरोपी मुश्ताक और जतिन जिंदल निवासी पटियाला को गिरफ्तार किया है। जिंदल कमीशन पर काम करता था और मुश्ताक बैंक डिटेल मुहैया करवाता था। इनके कनेक्शन बाहर विदेश में भी है, जिसकी जांच पुलिस द्वारा की जा रही है। लोगों से ठगा गया पैसा बाहर भेजा जा रहा था। गैंग ने पूरे देश में कई लोगों को अपना शिकार बनाया है। इस गैंग के कुछ ओर सदस्यों की गिरफ्तारी होनी बाकी है। उन्होंने कहा कि जतिन जिंदल इस सारे क्राइम को ऑपरेट करता था।
ऑल इंडिया डेटा से पता चला है कि इन आरोपियों को कई राज्यों की पुलिस तलाश कर रही है। एक करोड़ रुपये फ्रीज करवा दिया गया था लेकिन बाकी पैसा रिकवर करने बाकी है। पैसा बाहर कैसे भेजा जा रहा था उसकी जांच भी की जाएगी। आरोपियों से कई मोबाइल और बैंक खाते भी मिले हैं। मोबाइलों से और जानकारी हासिल की जा रही है। एक आरोपी इंडिया से बाहर है, उसकी जांच भी की जा रही है। सभी पहलुओं में जांच की जा रही है। 3 जुलाई को एफआईआर दर्ज हुई थी, जांच में कई ओर खुलासे होने की उम्मीद है।
पंचकुला डीसीपी हिमाद्री कौशिक ने बताया, ‘3 जुलाई साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज हुई थी। एक शख्स से लोगों ने व्हॉट्सएप ज्वाइन करवाकर 9.68 करोड़ की इन्वेस्टमेंट करवाई थी। पीड़ित को बोला गया कि पैसे निवेश करेंगे तो आपके बेहतर रिटर्न मिलेगा। कुछ पैसे उन्हें निकालने की अनुमति दी गई। उन्हें बताया गया कि आपके पैसे 52 करोड़ हो जाएंगे। जब दोबारा पीड़ित ने फिर से पैसे निकालने चाहे तो सफल नहीं हो पाए। तभी उन्हें अहसास हुआ कि वे साइबर ठगी का शिकार हुए हैं। पुलिस ने दो लोगों जतिन जिंदल और मुश्ताक को पटियाला से गिरफ्तार किया है। जतिन जिंदल बीएससी आईटी है। उसे कंप्यूटर का ज्ञान है। मुश्ताक को उसने सैलरी बेस्ड रखा हुआ था। प्राथमिक रूप से सामने आया है कि ये लोग पैसे देश से बाहर भेज रहे थे।’