गहलोत ने मंच से दिए संकेत कि ‘किसकी लगेगी लॉटरी, हाईकमान जाने या माकन’
राजस्थान (Rajasthan) में अशोक गहलोत मंत्रिमंडल में पुनर्गठन (cabinet reorganization) की तैयारियां शुरू हो चुकी है। कहा जा रहा है कि इस फेरबदल में पायलट समर्थक (Pilot supporters) 3-4 विधायकों को भी मंत्री पद से नवाजा जा सकता है लेकिन कांग्रेस में कहा जा रहा है कि पायलट समर्थक विधायकों को पद मिल सकता है लेकिन उन्हीं विधायकों को पद मिलेगा, जो गहलोत के समर्थन (in support of Gehlot) में आ चुके हैं।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि शनिवार को सिविल लाइंस फाटक पर आयोजित किसान विजय दिवस कार्यक्रम में गहलोत ने पहले कार्यकर्ताओं की नारेबाजी पर कहा कि ‘जोश को बरकरार रखो, माकन साहब जिस काम के लिए आए हैं, उन्हें करने दो’ फिर उन्होंने कहा कि ‘अब यह क्या करेंगे, हाईकमान जाने या माकन’। इसका अर्थ यह है कि गहलोत अपने ऊपर कुछ नहीं लेना चाहते हैं लेकिन होगा वही जो गहलोत चाहेंगे क्योंकि वर्तमान में प्रदेश से आलाकमान के सबसे नजदीकी गहलोत ही हैं।
कांग्रेस सूत्र कह रहे हैं कि पायलट फिर से प्रभुत्व में आने की कोशिश कर रहे हैं और इसी के चलते वह लगातार अशोक गहलोत के साथ राजनीतिक टकराव पैदा कर अपना कद बढ़ाना चाहते हैं। इस टकराव से उनका कद बढ़ा भी लेकिन वह अभी भी शायद आलाकमान के पास अपना कद गहलोत जैसा नहीं कर पाए हैं। ऐसे में मंत्रिमंडल पुनर्गठन में उनकी कोई खास चलती दिखाई नहीं दे रही है।
कांग्रेस में कहा जा रहा है कि पायलट गुट में अब पहले जैसा दम दिखाई नहीं दे रहा है और उनके समर्थक अधिकांश विधायक गहलोत के समर्थन में आ चुके हैं। कुछेक विधायक अभी भी पायलट के समर्थन में दिखाई दे रहे हैं लेकिन वह भी अपना भविष्य देखते हुए जल्द ही गहलोत के समर्थन में आ सकते हैं। ऐसे में अब गहलोत के समर्थन में आए विधायकों को मंत्री पद की रेवड़ी मिल सकती है।
मंत्रिमंडल पुनर्गठन की कवायद के बीच शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राजस्थान प्रभारी अजय माकन के बीच पुनर्गठन को लेकर सहमति बन गई। इसके बाद रात आयोजित मंत्रिमंडल की बैठक में परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने मंत्रिमंडल के इस्तीफे का प्रस्ताव रखा और सभी मंत्रियों ने इस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कर दिए। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी के इस्तीफे स्वीकार कर लिए अब आलाकमान के निर्देशों पर पूरे मंत्रिमंडल का पुनर्गठन होना तय हो गया है। अब कल दोपहर पीसीसी में बैठक आयोजित होगी।
नहीं दिखे पायलट समर्थक
कहा जा रहा है कि सिविल लाइंस फाटक पर आयोजित किसान विजय दिवस कार्यक्रम से आज भी पायलट समर्थक नदारद रहे। कार्यक्रम में पायलट समर्थकों में से सिर्फ प्रशांत शर्मा ही दिखाई दिए। पायलट गुट की तरफ से संगठन में नियुक्तियां ले चुके अधिकांश समर्थक कार्यक्रम में नहीं पहुंचे।