प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को पहली बार राजस्थान भाजपा कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने नवनिर्वाचित विधायकों, प्रदेश पदाधिकारियों और मोर्चा अध्यक्षों के साथ बैठक की। उन्होंने नौकरशाही को लेकर भाजपा नेताओं को बड़ा मंत्र दिया।
अधिकारियों के ट्रांसफर से बचना चाहिए
उन्होंने कहा कि अधिकारियों के ट्रांसफर से बचना चाहिए। नौकरशाही कभी किसी पार्टी की नहीं होती। यह हो सकता है कि किसी पार्टी की सरकार के समय वह किसी की खास हो जाए, लेकिन जिस पार्टी की सरकार होगी, नौकरशाही उसके अनुरूप ही काम करती है। मोदी के इस बयान से साफ है कि उन्होंने देश और प्रदेश की नौकरशाही पर पूरा विश्वास जताया है।
हर महीने एक गांव में करें रात्रि विश्राम
मोदी ने विधायकों व पदाधिकारियों से यह भी कहा कि हर महीने एक गांव में जाकर रात्रि विश्राम करें। अपना टिफिन साथ लेकर जाएं और जिसके घर रुकें, वहां पर भोजन करें। ऐसा करेंगे तो पांच साल में आप 60 गांवों को कवर कर सकेंगे।
सभी नेताओं के साथ भाजपा कार्यालय पर डिनर
इससे पहले मोदी का एयरपोर्ट पहुंचने पर राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने स्वागत किया। भाजपा कार्यालय पहुंचने पर भजन सरकार के सभी मंत्रियों ने उनको फूल भेंटकर स्वागत किया। कार्यालय के अंदर बने सर्किल से रेड कारपेट पर मोदी का स्वागत किया गया। बैठक के बाद मोदी ने सभी नेताओं के साथ भाजपा कार्यालय पर ही डिनर किया। इसके बाद मोदी राजभवन पहुंचे, जहां राज्यपाल कलराज मिश्र ने उनका स्वागत किया।
भाजपा का मतलब है सेवा करो
पीएम मोदी ने सभी मंत्री, विधायक और नेताओं से केंद्र सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा का मतलब है सेवा करो। हर गरीब तक आपकी सेवा जानी चाहिए। योजनाओं को लेकर जनता के बीच जाएं और उन योजनाओं का जनता को लाभ पहुंचाएं।
ऐसा नहीं लगा मोदी पीएम हैं
भाजपा कार्यालय पहुंचे मोदी प्रसन्न मुद्रा में नजर आए। उन्होंने सभी नेताओं को कहा कि जयपुर आया था, इसलिए सभी से मिलने की इच्छा थी। सभी नेताओं को ऐसा बिलकुल महसूस नहीं हुआ कि मोदी पीएम हैं। बिलकुल परिवार के मुखिया की तरह उन्होंने नेताओं से बात की। इससे पार्टी के बीच अच्छा संदेश जाएगा।
वसुंधरा राजे नहीं आई
पीएम की बैठक में सभी विधायकों को आमंत्रित किया गया था। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बैठक में नहीं आई। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी भी बैठक में शामिल नहीं हुए।