राजस्थान के महानिदेशक पुलिस (DGP) एमएल लाठर ने सोमवार, 28 जून को सुबह पुलिस मुख्यालय परिसर में राज्य आपदा राहत बल (SDRF) की क्षमता संवर्धन के लिए खरीदे गए बचाव-राहत उपकरणों और वाहनों को कम्पनियों में वितरण करने के लिए हरी झण्डी दिखाकर रेंज मुख्यालय के लिए रवाना किया।
लाठर ने समस्त वाहनों और उपकरणों का अवलोकन किया। उन्होंने आगामी मानसून सत्र की तैयारियों एवं जवानों से प्रशिक्षण सम्बन्धित जानकारी प्राप्त की। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि रवाना किये गये उपकरणों एवं वाहनों से एसडीआरएफ की क्षमता में बढ़ोतरी होगी और बल के जवान अधिक कुशलता से जान-माल की रक्षा कर आमजन का सहयोग करेंगे। उन्होंने एसडीआरएफ के कार्यों की सराहना की एवं बताया कि एसडीआरएफ जवानों ने कोरोना डयूटी करने के साथ ही स्थानीय पुलिस को भी आवश्यकता अनुसार सहयोग प्रदान किया है।
उल्लेखनीय है कि SDRF की क्षमता संवर्धन के लिए वर्ष 2020-21 में राज्य सरकार के आपदा प्रबन्धन, सहायता, नागरिक एवं सुरक्षा विभाग तथा पुलिस आधुनिकीकरण योजना के अन्तर्गत पुलिस मुख्यालय से आवंटित बजट से ये उपकरण खरीदे गये हैं। इन उपकरणों में लाइफ डिटेक्टर, मेगाफोन, विक्टिंग लोकेशन उपकरण एवं ब्रीचिंग सिस्टम टूल बॉक्स, “केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल एवं न्यूक्लियर रेस्क्यू उपकरण’’, “फ्लड रेस्क्यू उपकरण’’, “रोप रेस्क्यू’’ एवं “एमएफआर के लिए मुख्य रेस्क्यू उपकरण’’ तथा इन्हे रेस्क्यू स्थल तक पहुचाने के लिए 8 वाहन शामिल हैं। साथ ही 3500 लीटर क्षमता एवं करीब 8 मंजिल तक पानी पहुचाने में सक्षम 8 वाटर टैंकर भी रेंज कार्यालयों के लिए रवाना किये गये हैं।
अतिरिक्त महानिदेशक एसडीआरएफ सुष्मित बिश्वास ने एसडीआरएफ की महत्वपूर्ण उपब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि बल द्वारा वर्ष 2016 में स्थापना के बाद अब तक कुल 680 रेस्क्यू किये गये हैं एवं 7385 जीवित व्यक्तियों एवं 528 मृत व्यक्तियों के रेस्क्यू किये गये। वर्ष 2020 में 173 एवं वर्ष 2021 में अब तक 62 रेस्क्यू ऑपरेशन किये जा चुके है।
इस अवसर पर अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस भूपेन्द्र कुमार दक, उमेश मिश्रा, सौरभ श्रीवास्तव, अनिल पालीवाल, संजय अग्रवाल सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारीगण भी मौजूद थे। एसडीआरएफ के कमाडेन्ट पंकज चौधरी ने कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापित किया।