मानसून उम्मीदों के मुताबिक आगे बढ़ रहा है और यदि वर्तमान में बन रही स्थितियां अनुकूल बनी रहीं रहीं तो 20-25 जून के इसके राजस्थान पहुचने की संभावना है। राज्य के मौसम विभाग के क्षेत्रीय निदेशक आर.एस. शर्मा का कहना है कि वर्तमान परिस्थिति के अनुसार मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल बने रहने के संकेत मिल रहे हैं। तीन-चार दिनों यानी 11-12 जून को उत्तरी बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र (Low pressure system) बनने की संभावना है। इससे पूर्वी भारत के कुछ राज्यों में मानसून के पहुंचने में मदद मिलेगी यानी चार-पांच दिनों की तीव्र गर्मी के बाद राजस्थान के कुछ क्षेत्रों 13-14 जून को मानसून पूर्व की बरसात से राहत मिल सकती है और इसके करीब 6 से 10 दिन बाद बाद राज्य में पूर्ण मानसून प्रवेश के संकेत बनते दिख रहे हैं।
उधर, राजस्थान में बीते 24 घंटों के दौरान तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गयी है। राज्य में सर्वाधिक तापमान श्रीगंगानगर में 45.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। मौसन विभाग के अनुसार पश्चिमी राजस्थान के ऊपर एक प्रेशर ग्रेडियंट फोर्स बनने के कारण जोधपुर व बीकानेर संभाग के जिलों में अगले तीन-चार दिन अपेक्षाकृत तेज हवाएं ( गति 30 से 35 किलोमीटर प्रतिघंटा) चलेंगी। हवा की दिशा दक्षिण-पश्चिमी ( South Westerly) होगी। हवा के तेज गति के कारण आसमान में धूल भी छाई रहेगी।
फिलहाल आगामी तीन चार दिनों तक राज्य के ज्यादातर भागों में बारिश की संभावना नहीं है। यद्यपि उदयपुर व कोटा संभाग के जिलों में मंगलवार, 8 जून को भी छिटपुट स्थानों पर हल्की बारिश संभव है।