बरसात के दिनों में सांप-बिच्छू तो अपने बिलों से निकल पड़ते हैं। राजस्थान विशेषतौर पर जयपुर के आस-पास तो सर्पदंश के मरीजों में अचानक बढ़ोतरी हो गयी है। कुछ दिनों में जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में सर्पदंश के पीड़ित मरीजों की संख्या 150 के पार कर गयी है और इसमें से 60 फीसदी गंभीर अवस्था में लाये गये हैं। लेकिन, बिहार में एक मामला बिल्कुल ही अलग और निराला है। यहां एक इंसान को सांप ने तो काटा लेकिन उसने बदले में सांप को काट लिया जो सांप के लिए जानलेवा साबित हो गया।
देश में अनेक स्थानों पर धारणा है कि जब सांप के काटने से पीड़ित व्यक्ति सांप को काटता है, तो जहर वापस सांप में चला जाता है। इसी धारणा के चलते संतोष नामक व्यक्ति ने सांप को काट लिया। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार 35 साल के संतोष लोहार रेलवे कर्मचारी हैं। वो बिहार के राजौली के घने जंगल वाले इलाके में रेलवे ट्रैक बिछाने वाली टीम का हिस्सा हैं। दो दिन पूर्व यानी 3 जुलाई की रात, पूरे दिन काम करने के बाद रेलवे कर्मचारी सोने के लिए लेट रहे थे, तभी उन्हें सांप ने काट लिया। संतोष ने फुर्ती दिखाते हुए सांप को हाथ से पकड़ लिया और उसे दो बार दांतों से काट लिया।
संतोष को उनके सहकर्मी राजौली उपखंड अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उन्हें रात भर अस्पताल में रखा गया और अगले दिन छुट्टी दे दी गई। इलाज कर रहे डॉ. सिन्हा ने कहा कि युवक की हालत में सुधार है। हालांकि सांप इतना भाग्यशाली नहीं था और उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी, जिसे बाद में संतोष के सहकर्मियों ने फेंक दिया।
उल्लेखनीय है कि भारत में हर साल लगभग 50000 लोग सांप के काटने से मारे जाते हैं। इनमें से नब्बे फीसदी मौतें इन चार ग्रुप के सांपों- ‘कॉमन क्रेट’, ‘इंडियन कोबरा’, ‘रसेल वाइपर’ और ‘सॉ स्केल्ड वाइपर’ के काटने से होती है।