राजस्थान में नए मंत्रिमंडल के गठन को लेकर बीजेपी की लगातार कवायद तेज होती जा रही है। बीजेपी की ओर से कालीचरण सर्राफ को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किए जाने के बाद अब यह कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही नई सरकार की कैबिनेट का भी गठन हो जाएगा।
दरअसल, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा अपने दो डिप्टी सीएम दिया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा के साथ रविवार को दिल्ली के दौरे पर रहे थे, जहां उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की। इसको लेकर माना जा रहा है कि जल्द ही नए मंत्रिमंडल के गठन की तस्वीर सामने आ सकती है।
हालांकि यह तय माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल में कौन शामिल होंगे? यह दिल्ली से ही तय होगा। फिलहाल विधायकों में मंत्री पद को लेकर धड़कने बढ़ी हुई हैं। इस रिपोर्ट से समझने की कोशिश करते हैं क्या कहती है, जातिगत समीकरण और किन विधायकों को मिल सकता है मौका?
क्या है भाजपा विधायकों की जातीय गणित
वर्तमान भाजपा विधायकों के जातीय गणित की बात करें तो, इनमें राजपूत 17, जाट 12, ब्राह्मण 12, एसटी के 23, एससी के 16, गुर्जर 5, वैश्य 8, रावत 3, नागरध्धाकड़ 3, कलवी/पटेल 3, बिश्नोई 2, सैनी 2, यादव 2, सिंधी 2, देवासी, राजपुरोहित, जट/सिख 1-1, अन्य 2 मिलाकर कुल 115 विधायक हैं।
इन महिला विधायकों को भी मिल सकता है मंत्री बनने का मौका
बीजेपी राजस्थान में पहले फेज में करीब 20 मंत्री बन सकते हैं। इनमें अटकलें लगाई जा रहे हैं कि तीन से चार महिला विधायक मंत्रिमंडल का हिस्सा हो सकती हैं। महिला आरक्षण को लागू करने वाली केंद्र सरकार महिला मंत्री बनाकर एक अच्छा संदेश देने की कोशिश कर सकती है। चर्चा है कि अनिता भदेल, दीप्ति माहेश्वरी, नोक्षम चैधरी और सिद्धि कुमारी महिला मंत्रियों की प्रबल दावेदार है। इनमें अनिता भदेल वसुंधरा सरकार में महिला व बाल विकास मंत्री रह चुकी है।
इन विधायकों में से भी बन सकते हैं मंत्री
बीजेपी के मंत्रिमंडल में कई ऐसे विधायक हैं। जो मंत्री बनने के दावेदार हैं। इनमें विश्वराज मेवाड़, मदन दिलावर, जोगेश्वर गर्ग पुष्पेंद्र सिंह राणावत, जितेंद्र गोठवाल, गोपाल शर्मा, जवाहर सिंह बेडम, जगत सिंह, हंसराज पटेल, पब्बाराम बिश्नोई, हीरालाल नागर, भैरा राम चैधरी, लालाराम बैरवा, संजय शर्मा, लादू लाल पिपलिया, जयदीप बिहाणी और ताराचंद जैन के नाम भी मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं।
ये धर्मगुरु भी मंत्रिमंडल में हो सकते हैं शामिल
बीजेपी ने इस चुनाव में हिंदुत्व का धर्म कार्ड जमकर खेल है। इस दौरान विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने चार धर्म गुरुओं को विधानसभा का चुनाव लड़ाया है। इनमें ओटाराम देवासी, महंत बालक नाथ, बाल मुकुंदाचार्य और महंत प्रताप पुरी शामिल है, जिन्होंने चुनाव भी जीता है। ऐसे में इन धर्मगुरुओं के भी नए मंत्रिमंडल में शामिल होने के कयास है। इनमें तिजारा विधानसभा से चुनाव जीते महंत बालक नाथ का गृहमंत्री बनाने की अटकलों को लेकर सुर्खियों में नाम चल रहा है।
गृहमंत्री के लिए बालक नाथ और किरोड़ी लाल मीणा सबसे आगे
नए मंत्रिमंडल में गृहमंत्री के तौर पर बीजेपी के दो विधायक रेस में सबसे आगे चल रहे हैं। इनमें तिजारा के विधायक बाबा बालक नाथ और किरोड़ी लाल मीणा हैं। बाबा बालक नाथ अपने तेज तर्रार तेवरों के कारण योगी स्टाइल में फेमस है। इसके कारण उनके गृहमंत्री बनाए जाने को लेकर काफी चर्चा है। दूसरी ओर सवाई माधोपुर के नवनिर्वाचित विधायक किरोड़ी लाल मीणा भी रेस में आगे चल रहे हैं। किरोड़ी लाल मुख्यमंत्री भजनलाल से वरिष्ठ हैं। ऐसे में उनकी वरिष्ठता को ध्यान में रखते हुए उन्हें गृहमंत्री बनाए जा सकता है। सियासत में इस बात की भी चर्चा है कि किरोड़ी लाल मीणा को डिप्टी सीएम नहीं बनाने के बाद उनके समर्थकों में नाराजगी देखी जा रही है। ऐसे में बीजेपी मीणा समाज और पूर्वी राजस्थान को साधने के लिए किरोड़ी लाल को गृहमंत्री बना सकती है।