राजस्थान में सीएम भजनलाल के नेतृत्व वाली सरकार पिछली कांग्रेस सरकार के फैसलों में बदलाव कर रही है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को फिर से हिंदी माध्यम में बदलने के निर्देश दिए हैं। रूपांतरण प्रक्रिया के लिए चार पेज का प्रारूप तैयार किया गया है। इसी के साथ जल्द ही श्एक राज्य एक ही स्कूल यूनिफॉर्म पर भी फैसला लिया जा सकता है।
राजस्थान में भजन लाल सरकार पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कई फैसलों को अब लगातार बदल रही है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने गहलोत सरकार के एक और बड़े फैसले को बदलने के निर्देश दिए हैं। गहलोत सरकार के दौरान खोले गए महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को अब वापस हिंदी माध्यम में बदलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके लिए शिक्षा विभाग को दिशा निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। इसके बाद शिक्षा विभाग ने चार पेज का फार्मेट बनाकर शिक्षा निदेशक को भेज कर मुख्य जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं।
अंग्रेजी स्कूल वापस कन्वर्ट होंगे हिंदी मीडियम में
बता दें कि भजन लाल सरकार बनने के बाद शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बड़ा बयान देकर कहा था कि गहलोत सरकार के दौरान महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले गए। इनको वापस हिंदी माध्यम में कन्वर्ट किया जाएगा। इसको लेकर अब यह प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके लिए शिक्षा मंत्री के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने राजस्थान के अंग्रेजी विद्यालयों को वापस हिंदी में कन्वर्ट करने के लिए चार पेज का फॉर्मेट जारी कर दिया है। इस फॉर्मेट के अनुसार प्रस्ताव बनाकर सभी मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी समग्र शिक्षा के नाम पर भिजवाना होगा। इस फॉर्मेट।में जानकारी आने के बाद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को फिर से हिंदी माध्यम में बदलने की आगे की कार्रवाई शुरू हो जाएगी।
‘एक राज्य और एक ही स्कूल यूनिफॉर्म’ पर भी हो सकता हैं फैसला
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बीते दिनों सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में एकरूपता लाने के लिए बड़ा बयान दिया। इसमें उन्होंने कहा कि अब जल्द पूरे राज्य में स्कूली बच्चों का एक यूनिफॉर्म कोड का नियम लागू होगा। इसके तहत राजस्थान की सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में एक ही यूनिफॉर्म निर्धारित की जाएगी। इसके कारण आमजन और कमजोर आय वर्ग के लोगों को राहत मिलेगी। शिक्षा मंत्री का कहना है कि प्राइवेट स्कूलों में यूनिफॉर्म के नाम पर लोगों से जमकर लूट की जाती है। इसके अलावा शिक्षा मंत्री ने सभी स्कूलों में एक ही सिलेबस लागू करने की भी बात कही है।