जर्मनी में आयोजित ‘राइजिंग राजस्थान’ पर्यटन सम्मेलन में मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने लग्जरी रिसॉर्ट्स, वेलनेस, एडवेंचर और ईको-फ्रेंडली टूरिज्म जैसे क्षेत्रों में निवेशकों को निवेश का आमंत्रण दिया
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान सरकार के उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने अपनी जर्मनी यात्रा के तीसरे दिन ट्रैवल-टेक कंपनी फ्लिक्स बस के म्यूनिख (जर्मनी) स्थित मुख्यालय का दौरा किया और इसके आला अधिकारियों से बातचीत की। फ्लिक्स बस कंपनी के सह-संस्थापक और सीईओ आंद्रे श्वाम्लेन, और चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर मैक्स ज़्यूमर के साथ हुई इस बैठक में दोनों पक्षों के बीच राजस्थान में निवेश करने और राज्य के अंदर कंपनी के परिचालन के विस्तार के लिए एक एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया।
फ्लिक्स बस परिवहन क्षेत्र की एक बड़ी कंपनी है और राजस्थान में इसका पहले से कारोबार है। इस कंपनी के साथ हुए साझेदारी का उद्देश्य राज्य में ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी को बढ़ाना, परिवहन सेवाओं में सुधार करना और राज्य की आर्थिक विकास में योगदान देना है, ताकि रोजगार के नए अवसरों का निर्माण हो सके। इस बैठक में राज्य के परिवहन नेटवर्क को मजबूत करने में फ्लिक्स बस द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका निभाने पर भी जोर दिया गया, जिससे राजस्थान के निवासियों और राज्य में आने वाले पर्यटकों, दोनों को अच्छी परिवहन सेवा मिल सके। राज्य के परिवहन क्षेत्र को आधुनिक और कुशल बनाने के लक्ष्य के मद्देनजर, प्रतिनिधिमंडल ने राज्य में फ्लिक्स बस के कारोबार को आगे बढ़ाने में सरकार के समर्थन का आश्वासन दिया।
इस मीटिंग के साथ ही, ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 के तहत जर्मनी के निवेशकों से सीधे आउटरीच का दौर समाप्त हो गया और इसके बाद, राज्य सरकार का यह प्रतिनिधिमंडल अब इंग्लैंड की राजधानी लंदन के लिए रवाना हो गया है। लंदन में 16 से 19 अक्टूबर तक के प्रवास के दौरान, मुख्यमंत्री शर्मा और प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्य वहां की बड़ी कंपनियों, कारोबारियों और कॉरपोरेट्स से मुलाकात करेंगे, ‘राइजिंग राजस्थान’ लंदन इन्वेस्टर मीट में हिस्सा लेंगे और प्रवासी राजस्थानी समुदाय से मुलाकात करेंगे।
इससे पहले राजस्थान के पर्यटन क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जर्मनी के म्यूनिख में ‘राइजिंग राजस्थान’ टूरिस्ट मीट में राज्य सरकार के उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने हिस्सा लिया और मोबिलिटी, इंजीनियरिंग, कंसल्टिंग, ऑटोमोटिव और स्वास्थ्य क्षेत्रों की प्रमुख जर्मन कंपनियों से मुलाकात की। इनमें वेउली टेक्निक्स जीएमबीएच, नॉफ इंजीनियरिंग जीएमबीएच, होराइजन इंडस्ट्रीज जीएमबीएच, रोडल एंड पार्टनर, फैकलमैन जीएमबीएच और पार्टेक्स एनवी के प्रतिनिधियों के साथ हुई बैठकें शामिल हैं। इन मुलाकातों के दौरान इन कंपनियों के अधिकारियों ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि भारत में होने वाले उनकी विस्तार योजनाओं में राजस्थान प्रमुख रूप से शामिल है।
ऑटोमोटिव कंपोनेंट बनाने वाली कंपनी वेउली टेक्निक्स जीएमबीएच के साथ बैठक के दौरान राजस्थान में इस क्षेत्र में उपलब्ध निवेश अवसरों पर बातचीत की गई। कंपनी की महाराष्ट्र में पहले से ही एक इकाई है और कल म्यूनिख में आयोजित निवेशक रोड शो के दौरान इसने राजस्थान में अपनी दूसरी ऑटोमोटिव पार्ट्स निर्माण सुविधा स्थापित करने के लिए राज्य सरकार के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किया है।
इसके अलावा, दुनिया के पहली डिजिटल फार्मा प्लेटफॉर्म और अग्रणी एआई-संचालित ड्रग एसेट्स कंपनी पार्टेक्स एनवी के साथ चर्चा में राज्य सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने राजस्थान को एक प्रमुख फार्मा हब बनाने के सरकार के महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण की जानकारी दी और कंपनी को राज्य में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।
म्यूनिख में देर शाम आयोजित विशेष ‘राइजिंग राजस्थान’ पर्यटन मीट के दौरान, मुख्यमंत्री शर्मा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने हॉस्पिटैलिटी और रियल एस्टेट क्षेत्रों के जर्मन निवेशकों को राजस्थान में निवेश के लिए आमंत्रित किया।
इस विशेष पर्यटन मीट में मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा, “किलों और महलों के अलावा राजस्थान के अंदर पर्यटन के कई नए द्वार खोले जा रहे हैं और प्रदेश के अंदर लक्जरी रिसॉर्ट्स, इको-फ्रेंडली रिसॉर्ट्स, वेलनेस टूरिज्म और एडवेंचर टूरिज्म जैसे पर्यटन के कई क्षेत्र में अपार अवसर हैं। हम ग्रीन टूरिज्म को बढ़ावा दे रहे हैं। इसके अलावा, राजस्थान की जीवंत संस्कृति, जिसमें तीज और पुष्कर मेला जैसे त्यौहार शामिल हैं, काफी प्रतिष्ठित है और इसका अनुभव सभी को करना चाहिए। सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि पर्यटन के सभी क्षेत्रों का तेजी से विकास हो।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री सुश्री दिया कुमारी ने कहा, “पर्यटन क्षेत्र राजस्थान की अर्थव्यवस्था के सबसे महत्वपूर्ण स्तंभों में से एक है। ऐतिहासिक किलों और मनमोहक महलों से लेकर विशाल बाघ अभयारण्यों और वन्यजीव अभयारण्यों तक, राज्य में एक पर्यटक को मिलने वाले अनुभवों की विविधता वास्तव में असाधारण है। मैं इस अवसर पर आप सभी को ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 का हिस्सा बनने और राजस्थान की विशेषताओं का अनुभव करने के लिए आमंत्रित करती हूँ।”
निवेशक रोड शो के दौरान राजस्थान सरकार ने अल्बाट्रॉस प्रोजेक्ट्स, फ्लिक्स बस, पार्टेक्स एनवी, वेउली टेक्निक्स जीएमबीएच और इंगो श्मिट्ज सहित कई जर्मन फर्मों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किया। इन एमओयू के बाद, ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 के तहत अब तक 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव आ चुके हैं, जो राज्य सरकार के प्रयासों में निवेशक और व्यापार समुदाय के जबरदस्त विश्वास को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के अलावा जर्मनी और इंग्लैंड के दौरे पर गए इस प्रतिनिधिमंडल में मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) शिखर अग्रवाल, राजस्थान के डिस्कॉम्स की अध्यक्ष और जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की प्रबंध निदेशक आरती डोगरा, उद्योग विभाग और ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टमेंट्स (बीआईपी) के आयुक्त रोहित गुप्ता और राजस्थान सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।
‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 एक नज़र में:
‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 का आयोजन इस साल 9, 10 और 11 दिसंबर को राजधानी जयपुर में होगा। इसका आयोजन राजस्थान सरकार के तत्वाधान में उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टमेंट प्रोमोशन (बीआईपी) और राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट एंड इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन (रीको) के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है, जिसका नोडल विभाग बीआईपी है।
इस त्रि-दिवसीय मेगा समिट का उद्देश्य देश-विदेश की बड़ी-छोटी कंपनियों, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और निवेशकों को राज्य में आ कर काम करने के लिए आमंत्रित करना, प्रदेश में विभिन्न तरह के उद्योग-धंधे लगाने में मदद करना और अन्य सुविधाएँ मुहैय्या कराना है। इस ग्लोबल समिट के दौरान कृषि, अक्षय ऊर्जा, शिक्षा और कौशल, ऑटो और ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल्स), इंफ्रास्ट्रक्चर, केमिकल और पेट्रो-केमिकल, पर्यटन, स्टार्टअप, खनन और ईएसडीएम/आईटी और आईटीईएस (ESDM/IT and ITeS) सहित विभिन्न क्षेत्रों पर विशेष सत्र का आयोजन होगा।
इन्वेस्टर रोड शो के जर्मनी और यूनाइटेड किंगडम में हो रहे कार्यक्रमों का आयोजन म्यूनिख में मौजूद भारत के वाणिज्य दूतावास और लंदन में मौजूद भारतीय उच्चायोग एवं फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के सहयोग से किया जा रहा है। फिक्की ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 का इंडस्ट्री पार्टनर है। इसके अलावा पीडब्ल्यूसी (PwC) इंडिया इस इन्वेस्टमेंट समिट का नॉलेज पार्टनर है।