राजस्थान पीसीसी चीफ डोटासरा सहित तमाम नेताओं और विधायकों ने ब्लॉक लेवल पर किया है आवेदन। लेकिन गहलोत और पायलट को लेकर सियासी हलकों में चर्चा हो रही है। प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जिताऊ प्रत्याशियों की तलाश के लिए प्रदेश कांग्रेस की ओर से ब्लॉक से लेकर प्रदेश लेवल तक दावेदारों से आवेदन मांगे जा रहे हैं। 21 से 23 अगस्त तक ब्लॉक लेवल पर टिकट के दावेदारी के लिए मांगे गए आवेदन के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूरे डिप्टी सीएम सचिन पायलट की ओर से आवेदन नहीं करने का मामला सियासी हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
ब्लॉक लेवल पर दोनों ही नेताओं ने न तो स्वयं आवेदन किया और न ही अपने प्रतिनिधियों के जरिए आवेदन करवाया, जबकि प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित तमाम मंत्री-विधायकों, नेताओं ने ब्लॉक लेवल पर आवेदन किए हैं।
प्रदेश कांग्रेस की ओर से ब्लॉक लेवल पर भी पर्यवेक्षक लगाए गए थे, जिनके सामने दावेदारों को अपने आवेदन पत्र दाखिल करने थे। हालांकि आवेदन की प्रक्रिया में स्पष्ट किया गया है कि अगर कोई ब्लॉक लेवल पर आवेदन नहीं कर पाया तो वे जिला और प्रदेश लेवल पर भी आवेदन कर सकता है।
पीईसी सदस्यों के सामने दावेदार करेंगे आवेदन
वहीं प्रदेश के सभी जिलों में प्रदेश कांग्रेस की ओर से नियुक्त किए गए इलेक्शन कमेटी के सदस्य के सामने भी आज अलग-अलग जिलों में विधानसभावार दावेदार आवेदन करेंगे। ऐसे में अब इस पर भी सभी की नजर रहेगी कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट प्रतिनिधियों की ओर से आवेदन किया जाता है या नहीं, या फिर वे सीधे ही अपने आवेदन प्रदेश लेवल पर करेंगे।
इनका कहना है
मुख्यमंत्री गहलोत ने ब्लॉक लेवल पर आवेदन नहीं किया है लेकिन हमारे महामंदिर ब्लॉक ने एक प्रस्ताव पारित करवाया है कि यहां से गहलोत ही उम्मीदवार हों।
हेम सिंह,
अध्यक्ष, महामंदिर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी, जोधपुर
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और उनके किसी भी प्रतिनिधि ने ब्लॉक लेवल पर टोंक से दावेदारी के लिए आवेदन नहीं किया है।
अनिल चोपड़ा,
पर्यवेक्षक टोंक विधानसभा क्षेत्र