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राजस्थानः पर्यटन मंत्री ने किया आरडीटीएम के तीसरे संस्करण का उद्घाटन…रीगल राजस्थान-सस्टेनेबिलिटी एम्पावरिंग द फ्यूचर पुस्तक का किया विमोचन

राजस्थान राज्य के पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि राज्य सरकार के ऐतिहासिक निर्णयों और नीतियों से राजस्थान पर्यटन देश-दुनिया में पर्यटन के क्षेत्र में प्रमुख हब बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के आर्थिक विकास में पर्यटन के महत्व को देखते हुये राज्य सरकार द्वारा पर्यटन को बढ़ावा देने और घरेलू पर्यटन के विकास की दिशा में अनेक कारगर कदम उठाये गए है। साथ ही राज्य सरकार की विभिन्न योजनाएं, निर्णय और प्रयास लगातार प्रदेश पर्यटन को मजबूती प्रदान कर रहे है।
पर्यटन मंत्री सिंह ने शनिवार को प्रदेश में घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राजस्थान डॉमेस्टिक ट्रेवल मार्ट के तीसरे संस्करण का जयपुर स्थित राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर, झालाना में उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में घरेलू पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। राज्य सरकार प्रदेश के घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी की बड़ी मार झेलने के बाद – आरडीटीएम ने राजस्थान में घरेलू पर्यटन को बढ़ावा दिया। राजस्थान पर्यटन अपने पर्यटन उत्पादों, पर्यटन अनुकूल नीतियों, योजनाओं और नवाचारों के कारण देश के सबसे पसंदीदा डेस्टिनेशंस में से एक है।
राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ ने कहा कि राजस्थान अपनी रूरल टूरिज्म पॉलिसी, फिल्म प्रमोशन पॉलिसी जैसी दूरदर्शी पर्यटन नीतियों के साथ देश भर के राज्यों के लिए एक आदर्श है। यह पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र को उद्योग का दर्जा देने वाला पहला राज्य है। उन्होंने कहा कि अब तक यूडी टैक्स और बिजली छूट जैसे क्षेत्रों में लगभग 1000 होटल इससे लाभान्वित हुए हैं। राज्य सरकार ने टूरिज्म डवलपमेंट फंड को भी 1000 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 1500 करोड़ रुपए कर दिया है। इसके अतिरिक्त, राज्य में 5 अंतरराष्ट्रीय गोल्फ कोर्स और 5 माईस (MICE) सेंटर भी खुल रहे हैं।
राजस्थान लघु उद्योग निगम के चेयरमैन राजीव अरोड़ा ने कहा कि सरकार की पहल के कारण वर्ष 2019 में 187 प्रोजेक्ट्स की तुलना में वर्ष 2022 में 4500 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश और 14856 कमरों वाली 206 नई परियोजनाएं पंजीकृत की गई हैं। उच्च स्तरीय होटल शृंखलाएं जयपुर में आ गई हैं और विकास के विभिन्न चरणों में हैं। वर्ष 2021 के दौरान 2.20 करोड़ की तुलना में वर्ष 2022 में 10.87 करोड़ पर्यटक राजस्थान आए। एक वर्ष में पर्यटकों की संख्या में 8 करोड़ की वृद्धि राज्य सरकार की बड़ी उपलब्धि है।
पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा उद्योग लाभ के दायरे में अधिकतम संख्या में पर्यटन इकाइयों को शामिल करने का प्रयास किया है। राज्य सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में होटल, मोटल, 10 या अधिक कमरों वाले, रीको भूमि पर होटल संचालित पर्यटन इकाइयों, होटलों, आरटीडीसी और आरएसएचसी होटलों, केंद्र और राज्य सरकार के संग्रहालयों पर राजस्व विभाग व जिला कलेक्टर द्वारा रूपांतरण आदेश लागू किया है। राजस्थान न केवल पर्यटन बल्कि निवेश के क्षेत्र में भी पसंदीदा डेस्टिनेशन है। राज्य में नये धार्मिक सर्किट भी विकसित किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म और सस्टेनेबिलिटी के लिए सर्वाेत्तम प्रैक्टिस को अपनाने जैसी प्रैक्टिसिज के प्रति व्यवहारिक बदलाव की आवश्यकता है।
एफएचटीआर के अध्यक्ष अपूर्व कुमार ने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ हमारे राज्य की मूर्त और अमूर्त विरासत को संरक्षित करने की भी सख्त जरूरत है और यही कारण है कि इस वर्ष मार्ट की थीम उपयुक्त रूप से सस्टेनेबल टूरिज्म रखी गई है। उन्होंने दूरदर्शी और सक्षम बनाने वाले प्रोत्साहन के लिए राज्य सरकार और पर्यटन विभाग के प्रयासों की सराहना की। इस दौरान रीगल राजस्थान – सस्टेनेबिलिटी एम्पावरिंग द फ्यूचर पर एक ट्रैवल पब्लिकेशन का भी विमोचन किया गया।
उल्लेखनीय है कि आरडीटीएम का आयोजन राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग और फेडरेशन ऑफ हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म ऑफ राजस्थान (एफएचटीआर) द्वारा किया जा रहा है। इस वर्ष मार्ट की थीम सस्टेनेबल टूरिज्म रखी गई है। 16 जुलाई तक चलने वाले इस कार्यक्रम में राजस्थान के 200 से अधिक प्रदर्शक अपने पर्यटन उत्पादों का प्रदर्शन कर रहे हैं और पूरे भारत से 200 से अधिक डोमेस्टिक टूर ऑपरेटर्स भाग ले रहे हैं। दो दिनों के दौरान खरीदारों और विक्रेताओं के बीच 7 हजार से अधिक बी2बी संरचित बैठकें होंगी, जो अपने 600 से अधिक पर्यटन उत्पादों जैसे होटल, मोटल्स, रिसॉर्ट्स, ईटरीज, हेरिटेज प्रॉपर्टीज, एम्यूजमेंट पार्क आदि की कुशलता और क्षमता का प्रदर्शन करेंगे। मार्ट में देश के लगभग सभी राज्यों जैसे गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडू, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा आदि से बायर्स शामिल हुए हैं। इस दौरान टूरिज्म में सस्टेनेबिलिटी, हमारी विरासत को संरक्षित करते हुए समग्र विकास, विरासत और संस्कृति आधारित पर्यटन में सस्टेनेबिलिटी, रूरल रीसर्जेंस के लिए पर्यटन जैसे विषयों पर नॉलेज सेशंस आयोजित किए गए।
कार्यक्रम में एफएचटीआर के संरक्षक ललित के पंवार, निदेशक पर्यटन डॉ रश्मि शर्मा, प्रेसिडेंट ऑनर, एफएचटीआर भीम सिंह, इंडियन हेरिटेज होटल्स एसोसिएशन (आईएचएचए), अध्यक्ष रणधीर विक्रम सिंह मंडावा, एफएचटीआर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष और होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (एचआरएआर), अध्यक्ष कुलदीप सिंह चंदेला, वाइस प्रेसिडेंट, एफएचटीआर, खालिद खान, राजस्थान एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (राटो), अध्यक्ष महेंद्र सिंह राठौड़ और जनरल सेक्रेटरी, एफएचटीआर मोहन सिंह मेड़तिया सहित उच्च अधिकारी भी उपस्थित रहे।

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