राजस्थान में ईआरसीपी योजना के स्वीकृत होने पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा आभार यात्रा निकाल रहे हैं। इसके तहत मुख्यमंत्री बीती रात 10 बजे टोंक जिले के निवाई में पहुंचे। यहां हैरान कर देने वाला वाकया सामने आया। मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए सभी तैयारियां धरी की धरी रह गई। मुख्यमंत्री बिना माइक पर भाषण दिए जयपुर लौट आए। दरअसल, जिला प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का हवाला देते हुए कार्यक्रम स्थल पर माइक को बंद करवा दिया था। इस दौरान उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा और कैबिनेट मंत्री कन्हैया लाल चैधरी भी माइक बंद होने से भाषण नहीं दे सके। मुख्यमंत्री भी केवल जनता का आभार व्यक्त करते वापस जल्द आने का वादा कर जयपुर लौट गए।
उपमुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्री का माइक करवा दिया बंद
दरअसल, प्रस्तावित ईआरसीपी आभार यात्रा को लेकर निवाई में रविवार शाम 6ः00 बजे प्रस्तावित कार्यक्रम था। इसमें मुख्यमंत्री भजनलाल, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी को संबोधित करना था। लेकिन मुख्यमंत्री जनसभा में 4 घण्टे देरी से रात 10 बजे पहुंचे। इस दौरान उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा और कैबिनेट मंत्री कन्हैया लाल चैधरी भाषण शुरू करने लगे। तब जिला प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट के नियमों का हवाला देकर माइक बंद करवा दिया।
मुख्यमंत्री ने हाथ जोड़कर आभार व्यक्त किया
जिला प्रशासन की ओर से सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुए रात 10 बजे बाद माइक बंद करवा दिया गया। इसके चलते मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जनता का अभिवादन स्वीकार करने सीधे पंडाल की तरफ चले गए। जहां बैरिकेडिंग्स के पास बिना माइक से ही उन्होंने लोगों से माफी मांगी और कहा कार्यक्रम तो बहुत जल्दी बनाया था। लेकिन रास्ते में कार्यकर्ताओं के स्नेह को छोड़ने की हिम्मत नहीं कर सका। मैं आपसे वादा करता हूं। निवाई जरूर आऊंगा और आपसे मिलूंगा। क्योंकि हम सब कानून से बंधे हैं। मुख्यमंत्री भी कानून से बंधा है। इस दौरान निवाई विधायक रामसहाय वर्मा समेत भाजपा के कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।