जयपुर। राजस्थान में सितंबर 2022 में गहलोत सरकार के दौरान हुए 81 कांग्रेस विधायकों के सामूहिक इस्तीफे का विवाद अब भी थमता नजर नहीं आ रहा है। इस प्रकरण में राजस्थान हाईकोर्ट ने सोमवार को भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ की याचिका पर सुनवाई करते हुए कांग्रेस के 6 नेताओं को नोटिस जारी किया।
नोटिस जारी किए गए नेताओं के नाम
1. शांति धारीवाल
2. महेश जोशी
3. रफीक खान
4. संयम लोढ़ा
5. महेंद्र चौधरी
6. रामलाल जाट
कोर्ट का निर्देश
• हाईकोर्ट ने इन नेताओं से चार सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है।
• मुख्य न्यायाधीश एम. श्रीवास्तव और जस्टिस उमाशंकर व्यास की खंडपीठ इस मामले की सुनवाई कर रही है।
भाजपा नेता राठौड़ का आरोप
• राजेंद्र राठौड़ ने सामूहिक इस्तीफे को षड्यंत्र करार दिया।
• उन्होंने सवाल उठाया कि क्या विधायकों ने स्वेच्छा से इस्तीफे दिए थे या किसी दबाव में ऐसा किया गया?
• राठौड़ ने मांग की कि इन विधायकों से इस्तीफे के बाद मिली वेतन और भत्ते की रिकवरी की जाए।
मामला: गहलोत-पायलट विवाद से जुड़ा
• सितंबर 2022 में, कांग्रेस नेतृत्व ने सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर विचार किया था।
• इस दौरान कांग्रेस आलाकमान द्वारा भेजे गए पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन जयपुर पहुंचे।
• लेकिन 81 विधायकों ने संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर एकत्र होकर सामूहिक रूप से इस्तीफा सौंप दिया।
• इन विधायकों की मांग थी कि मानेसर प्रकरण से जुड़े विधायकों को मुख्यमंत्री न बनाया जाए।
सियासी हलचल और आगे की कार्रवाई
• हाईकोर्ट के नोटिस के बाद कांग्रेस और भाजपा के बीच राजनीतिक गहमागहमी तेज हो गई है।
• कांग्रेस नेताओं के जवाब के बाद ही मामले में आगे की कार्रवाई का निर्धारण होगा।
• यह प्रकरण न केवल कांग्रेस की आंतरिक राजनीति बल्कि राजस्थान की आगामी राजनीतिक रणनीति के लिए भी अहम साबित हो सकता है।