जयपुर। नये कृषि अधिनियमों के विरोध में दिल्ली में चल रहे आंदोलन की चिनगारी राजस्थान में भी सुलग रही है। केंद्र में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार का घटक राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) ने भी चेतावनी दी है कि सरकार ने यदि किसानों के साथ समय रहते वार्ता नहीं की तो उसके समर्थक किसान कार्यकर्ता भी दिल्ली की ओर कूच करेंगे। इसके अलावा किसान महापंचायत की ओर से भी कहा गया है कि दिल्ली मे चल रहे किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए 2 दिसम्बर को हरियाणा- राजस्थान सीमा पर शाहजहांपुर में राजस्थान के किसान एकत्रित होकर दिल्ली कूच करेंगे I
आरएलपी की धमकी
एनडीए के सहयोगी दल आरएलपी से नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर कहा है कि यदि कृषि कानूनों को वापिस नही लिया गया तो एनडीए के साथ गठबंधन रखने के निर्णय पर पुनर्विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनके समर्थक, सहयोगी किसान व जवान ही हैं और उनके हितों का ध्यान रखना आरएलपी का कर्तव्य है।
किसान महापंचायत के नेतृत्व में किसानों का दिल्ली कूच
किसान महापंचायत के अध्यक्ष रामपाल जाट ने कहा है कि केंद्र सरकार को तीनों कानूनों को तत्काल वापस करना चाहिए I किसानों को उनकी उपजों के लाभकारी दाम दिलाने की दिशा में पहल करनी चाहिए और इसी से देश के ललाट पर किसानों की आत्महत्या का कलंक धुलेगा। उन्होंने कहा कि किसान महापंचायत के नेतृत्व में राजस्थान से किसानों ने राजस्थान-हरियाणा सीमा पर शाहजहांपुर के निकट एकत्र होना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि 2 दिसंबर को किसान दिल्ली की ओर कूच करेंगे।