जयपुर। भारतीय जनता पार्टी ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया है कि वह जयपुर के विद्युत उपभोक्ताओं को पिछले दरवाजे से स्मार्ट मीटर लगाकर कोरोना काल में लूटने का षड्यंत्र रच रही है।
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने आरोप लगाया कि एक तरफ राज्य की कांग्रेस सरकार ने कोरोना काल में राज्य को किसी भी प्रकार की राहत देने के स्थान पर बिजली की दरों में बढ़ोतरी करने का कुकृत्य किया वहीं अब जयपुर शहर में पुराने इलेक्ट्रॉनिक मीटरों को हटाकर स्मार्ट मीटर लगाने का षड्यंत्र कर रही है, जिसकी शुरुआत प्रताप नगर क्षेत्र से की जा रही है।
चतुर्वेदी ने आरोप लगाया कि पूर्व में भी कोटा, भरतपुर व बीकानेर में स्मार्ट मीटर लगाने का निर्णय लिया गया था और जनता के भयंकर विरोध के कारण इस निर्णय को वापस लेना पड़ा था। यहां तक कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला व स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने भी जनता के विरोध के साथ खड़े होकर स्मार्ट मीटरों को घरों से उखाड़कर होली जलाने का काम किया था।
अब सरकार पुराने अनुभवों को भूलकर जयपुर शहर में इस प्रयोग को दोहराना चाहती है। चतुर्वेदी ने कहा कि राज्य सरकार जहां इसके माध्यम से कीमतों में बेतहाशा वृद्धि करेगी वहां मीटरों की खरीद की कीमत जो की सिंगल फेस के लिए 2500 रुपए व थ्री फेज के स्मार्ट मीटर के लिए 4000 रुपए वसूलने का निर्णय भी कर चुकी है।
सरकार ने जीनस कंपनी को तय कीमत से दोगुनी कीमत पर स्मार्ट मीटर की सप्लाई का आदेश भी दे दिया है। चतुर्वेदी ने राज्य सरकार के इस जनविरोधी निर्णय को वापस लेने की मांग करते हुए सरकार को चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने इस निर्णय को वापस नहीं लिया तो भारतीय जनता पार्टी बड़ा जन-आंदोलन करने के लिए विवश होगी।