राजस्थान सरकार श्रमिकों को आर्थिक एवं सामाजिक सम्बल देने के लिए निरन्तर अहम निर्णय ले रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसी क्रम में प्रत्येक श्रेणी के लिए न्यूनतम मजदूरी की दरों में 26 रुपए प्रतिदिन की बढ़ोतरी करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद अब अकुशल श्रमिक को 259 रुपए के स्थान पर 285 रुपए प्रतिदिन या 7410 रुपए प्रतिमाह, अर्द्धकुशल श्रमिक को 271 रुपए के स्थान पर 297 रुपए प्रतिदिन या 7722 रुपए प्रतिमाह, कुशल श्रमिक को 283 रुपए के स्थान पर 309 रुपए प्रतिदिन या 8034 रुपए प्रतिमाह तथा उच्च कुशल श्रमिक को 333 रुपए के स्थान पर 359 रुपए प्रतिदिन या 9334 रुपए प्रतिमाह मजदूरी प्राप्त होगी। मजदूरों एवं कामगारों के आर्थिक हित को देखते हुए पुनरीक्षित दरों को एक जनवरी, 2023 से प्रभावी किया गया है।
श्रम विभाग द्वारा न्यूनतम मजदूरी अधिनियम, 1948 के तहत 56 नियोजनों में न्यूनतम मजदूरी की वर्तमान में प्रभावी दरों में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक जुलाई, 2021 से दिसम्बर, 2022 तक हुई 687 अंकों की वृद्धि के अनुसार न्यूनतम मजदूरी दरों में प्रतिदिन 26 रूपये की वृद्धि करने का प्रस्ताव वित्त विभाग को भेजा गया था। उल्लेखनीय है कि न्यूनतम मजदूरी की दरों में पिछली वृद्धि 7 रgपये प्रतिदिन की दर से एक जुलाई, 2021 से लागू की गई थी।
रैगिंग से ग्रसित विद्यार्थी टोल फ्री नंबर पर करा सकते है शिकायत दर्ज
जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज द्वारा छात्रा- छात्राओं की रैगिंग रोकने के लिए विभिन्न कदम उठाए गए है। रैगिंग से ग्रसित कोई भी छात्रा यूजीसी के टोल फ्री हैल्प लाईन नंबर 1800-180-5522 पर अथवा कॉलेज में स्थापित टोल फ्री हैल्प लाईन नंबर 1800- 180- 6020 पर शिकायत दर्ज करवा सकता है।
सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज (एसएमएस) के प्रधानाचार्य एवं नियंत्रक ने बताया कि कॉलेज स्तर पर कॉलेज द्वारा एन्टी रैगिंग समिति एवं एन्टी रैगिंग दलों का गठन किया गया है। इन समितियों में कॉलेज फैकल्टी के विभिन्न सदस्य, हॉस्टलों के वार्डन, सहायक विधि परामर्शदात्राी, मनोवैज्ञानिक, शारीरिक शिक्षक, राज्य सरकार के प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस अधिकारी, एनजीओ एवं मीडिया संवाददाता को शामिल किया गया है। इसके अलावा एक शिकायत निवारण समिति का भी गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि छात्रा-छात्राओं को पर्याप्त जानकारी उपलब्ध कराने के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन भी किया जायेगा
राज्य स्तरीय संस्कृत विद्वान समारोह- संस्कृत विद्वानों का होगा कल सम्मान
राज्य स्तरीय संस्कृत विद्वान समारोह मंगलवार को प्रातः 11 बजे बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित किया जाएगा। संस्कृत शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला के मुख्य आतिथ्य में आयोजित होने वाले इस समारोह में चयनित संस्कृत विद्वानों को सम्मानित किया जाएगा।
संस्कृत शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ भास्कर शर्मा श्रोत्रिय ने बताया कि संस्कृत साधना शिखर- सम्मान के लिए चयनित विद्वान पं सांवर मल शर्मा को एक लाख रुपए की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। साथ ही, संस्कृत साधना सम्मान के लिए डॉ दीरघ राम रामस्नेही और डा. गजानन मिश्र को 51-51 हजार रुपए तथा संस्कृत- विद्वत्सम्मान के लिए चयनित कुल 6 विद्वानों को 31-31 हजार रुपए की राशि पुरुस्कार स्वरुप प्रदान की जाएगी।
डॉ श्रोत्रिय ने बताया कि समारोह में संस्कृत युवा प्रतिभा के लिए चयनित 12 विद्वानों को 21-21 हजार रुपए तथा मंत्रालयिक सेवा सम्मान से 3 कार्मिकों को 11-11 हजार रुपए पुरुस्कार स्वरुप प्रदान किए जाएंगे। कार्यक्रम में चयनित विद्वानों को विशिष्ट सेवा सम्मान तथा भामाशाह प्रेरक सम्मान भी प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि सम्मानित होने वाले इन सभी संस्कृत विद्वानों का चयन विभाग द्वारा गठित उच्च स्तरीय समिति द्वारा किया गया है।
कार्यक्रम में विधायक डॉ राजकुमार शर्मा, राजस्थान संस्कृत अकादमी अध्यक्ष डॉ सरोज कोचर, जगद्गुरु रामानन्दाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रामसेवक दुबे तथा त्रिवेणी धाम के श्री खोजी पीठाचार्य श्रीराम रिछपाल दासजी महाराज भी शामिल होंगे।