राजधानी जयपुर में 25 जनवरी को होने वाली पीएम नरेन्द्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों की विजिट से पहले बड़ा खुलासा हुआ है। शहर के विद्याधर नगर इलाके में करीब साढ़े तीन सौ फीट लंबी सुरंग का पता चला है। यह सुरंग दो बैंकों और एक ज्वेलरी शोरूम में सेंधमारी के लिए खोदी जा रही थी।
पीएम नरेन्द्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के जयपुर दौरे से दो दिन पहले यहां 350 फीट लंबी सुरंग मिली है। यह सुरंग करीब 6 फीट चैड़ी है 10 फीट ऊंची है। मंगलवार को इस सुरंग का पता चला तो पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में अधिकारी मौके पर दौड़े।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह सुरंग दो बैंकों और एक ज्वेलरी शोरूम में सेंध लगाने के लिए खोदी जा रही थी। लेकिन मंगलवार को इस सुरंग के ऊपर से आलू से भरी एक गाड़ी गुजरी तो सड़क धंस गई। उसके बाद इस सुरंग का खुलासा हुआ।
पुलिस के अनुसार राजधानी जयपुर में यह सुरंग विद्याधर नगर थाना इलाके में मिली है। यहां अंबाबाड़ी सब्जी मंडी के पास एक दुकान से बदमाशों ने इस सुरंग को खोदा है। इस पूरी कारस्तानी में उत्तर प्रदेश के बरेली की एक गैंग का नाम सामने आया है। इस सुरंग को बीते छह माह से चार से पांच बदमाश खोद रहे थे। छह माह में उन्होंने 350 फीट से ज्यादा लंबी सुरंग खोद डाली। यह सुरंग वहां स्थित संट्रेल बैंक ऑफ इंडिया और एसबीआई की समेत अंबिका ज्वैलर्स में सेंधमारी के लिए खोदी जा रही थी।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि बदमाशों ने वहां एक दुकान किराये पर लेकर इस सुरंग को खोदना शुरू किया था। लेकिन मंगलवार को एक वाहन उसके ऊपर से गुजरा तो सड़क धंस गई। इस पर उसे ठीक करवाने की कार्रवाई की जा रही थी। तभी गहरा खड्डा देखकर शक हुआ और उसके बाद सुरंग का खुलासा हुआ। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। आला अधिकारी मौके पर दौड़ पड़े।
शहर में सुरंग खोदे जाने की सूचना पर जयपुर कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ और डीसीपी राशि डोगरा भी वहां पहुंचे। उन्होंने वहां का मौका-मुआयना किया। हालांकि बदमाश अपने प्लान में सफल हो पाते उससे पहली ही उनके मंसूबों पर पानी फिर गया। उसके बाद मौके पर पुलिस के तमाम आलाधिकारियों समेत एफएसएल और डॉग स्क्वायड की टीम को बुलाया गया। जयपुर पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। वह यूपी के बरेली की गैंग से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। यह दुकान किसने किराये पर ली थी और इस पूरी प्लानिंग के पीछे कौन है इसकी गहनता से पड़ताल की जा रही है।