पूरे राजस्थान में प्राइवेट बस ऑपरेटर्स की बसें नहीं चलीं। निजी बस ऑपरेटर्स ने आज, मंगलवार 27 अगस्त को चक्का जाम हड़ताल आयोजित की थी। इस दौरान 30 हजार से अधिक बसें सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक नहीं चलीं। इन बसों में यात्रा करने वाले यात्री इधर-उधर भटकते रहे और परेशान होते देखे गये। प्राइटवेट बस ऑपरेटर्स यूनियन ने के कार्यकर्ताओं ने जयपुर के मुख्य बस अड्डे सिधी कैंप सहित अनेक स्थान पर प्रदर्शन किये।
प्राइवेट बस यूनियन की हड़ताल के चलते खासकर ग्रामीण इलाकों में इसका असर देखने को मिल रहा। इधर, मंगलवार को सिंधी केंप पर यूनियन ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। एसोसिएशन के महासचिव रविप्रकाश सैनी ने बताया कि बस ऑपरेटर्स की ओर से परिवहन विभाग को 24 सूत्री मांगे सौंपी गई थी, जिसमें से केवल 13 मांगे स्वीकार की गई हैं। लेकिन, उसे लेकर भी अभी तक कोई आदेश जारी नहीं किया गया। इससे बस ऑपरेटर्स में रोष है। सरकार को कई बार अपनी समस्याओं से अवगत कराया है लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ। इससे कारण मजबूर होकर चक्का जाम हड़ताल का निर्णय लेना पड़ा है।
हड़ताल का दिखा मिलाजुला असर
सैनी ने बताया कि जयपुर के अलग-अलग बस स्टैंड पर प्रदर्शन किया गया। यह एक दिन की सांकेतिक हड़ताल थी। इसके बाद भी अगर सरकार ने बस ऑपरेटर्स की समस्याओं की ओर ध्यान नहीं दिया, तो अनिश्चितकालीन चक्का जाम करने का निर्णय लिया जाएगा। उधर, प्राइवेट बसों की हड़ताल का मिला जुला असर दिखाई देने की खबरें भी सामने आई है। कई जगहों पर प्राइवेट बसें चलती हुई नजर आई।