राजस्थान में कहीं पर तीव्र गरमी है और हीट वेव से बचाव के उपाय किये जा रहे हैं। कहीं पर स्थिति यह है तापमान में कमी तो है और उमस बढ़ती लग रही है और कहीं पर मेघगर्जन के साथ ठीक-ठाक बरसात की स्थितियां देखी गयी हैं। बीते 36 घंटों की बात करें तो राजस्थान के दक्षिणी भागों में मेघगर्जन बारिश, जबकि उत्तरी व पश्चिमीभागों में कहीं-कहीं हीटवेव दर्ज की गई है। सर्वाधिक अधिकतम तापमान 46.7 डिग्री श्रीगंगानगर में तथा सर्वाधिक वर्षा 14.0 mm भोपालसागर, चित्तौड़गढ़ में दर्ज की गयी है।
राजस्थान के तापमान पर इन दिनों जबर्दस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। बीते पांच दिन से राज्य के अलग अलग हिस्सों में आंधी और बारिश का दौर जारी है। तेज अंधड़ और बारिश की वजह से लोगों को गर्मी से लोगों को राहत तो मिली है लेकिन बरसात के बीच भी तापमान में बढोतरी हो रही है। इससे कुछ स्थानों पर उमस भी महसूस हो रही है। पांच दिनों पहले अधिकतम तापमान गिरकर 42 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था जो कि अब बढकर 47 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है। कल यानी बुधवार, 12 को तीन जिलों का अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया था। सर्वाधिक तापमान गंगानगर में 46.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था जबकि पिलानी का पारा 46.2 डिग्री सेल्सियस रहा।
मौसम विभाग की सूचना भी देखें तो मौसम के उलट-पलट की स्थिति को समझा जा सकता है। मौसम विभाग के आज के बुलेटिन के अनुसार पश्चिमी राजस्थान में आगामी तीन दिन व पूर्वी राजस्थान में आगामी 4-5 दिन दोपहर बाद कहीं-कहीं आंधी बारिश की गतिविधियां दर्ज होने की संभावना है।
इसी तरह आगामी दो दिनों में राज्य के उत्तरी व पश्चिमी भागों में अधिकतम तापमान 44-46 डिग्री दर्ज होने व कहीं-कहीं हीटवेव चलने की संभावना है। राज्य के कुछ भागों में तेज सतही हवाएं (25-30 kmph) चलने की सम्भावना है। ऐसा लग रहा है कि मानसून आने से पहले प्री मानसून ने प्रदेश के कई जिलों में बारिश की बौछारें की है। इन बौछारों का सिलसिला फिलहाल जारी रहने वाला है।