उदयपुर के जंगलों में आदमखोर पैंथर का आतंक आखिरकार समाप्त हो गया है। एएसपी गोपाल स्वरूप मेवाड़ा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने तेंदुए को मार गिराया। मदार के जंगलों में चलाए गए इस ऑपरेशन में सीआई शैतान सिंह, अजय, गिरिराज, और देवी सिंह की टीम ने सक्रिय भूमिका निभाई और पैंथर को गोली मारी। पुलिस और वन विभाग के अधिकारी इस दौरान मौके पर मौजूद थे, और अब वन विभाग की टीम द्वारा पैंथर का पोस्टमार्टम वहीं किया जाएगा।
उदयपुर जिला पिछले एक महीने से इस तेंदुए के आतंक से जूझ रहा था, जिसने 20 दिनों में नौ लोगों को मार डाला था। तेंदुए के हमलों से पीड़ितों के शवों की स्थिति इतनी भयावह थी कि उनकी तस्वीरें सार्वजनिक नहीं की जा सकती थीं। उदयपुर के गोगुंदा इलाके में लगातार हो रहे इन हमलों से पूरे क्षेत्र में भय का माहौल था।
वन विभाग ने कई प्रयास किए, लेकिन पैंथर को पकड़ने में सफलता नहीं मिल रही थी। इस आदमखोर पैंथर को पकड़ने के लिए विशेषज्ञों और वन विभाग की टीम ने कई बार जंगलों में खोजबीन की, लेकिन तेंदुआ हर बार बच निकलता था। आखिरकार, वन विभाग ने ‘सीन एंड शूट’ (देखते ही गोली मारने) का आदेश जारी किया, जिससे टीमों ने तुरंत कार्रवाई की और तेंदुए को मार गिराया।
इस ऑपरेशन से इलाके के लोगों ने राहत की सांस ली है, क्योंकि यह आदमखोर पैंथर अब किसी को नुकसान नहीं पहुंचा सकेगा।