राजस्थान की नवगठित 16 वीं विधानसभा का पहला सत्र बुधवार को शुरू हुआ। सत्र के पहले दिन प्रोटेम स्पीकर कालीचरण सराफ द्वारा नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई गई। दो दिवसीय सत्र का दूसरा और आखिरी दिन गुरुवार को होगा। इससे पहले सत्र के पहले दिन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई। सबसे पहले मुख्यमंत्री भजनलाल ने पद की शपथ ली। उनके बाद उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी एवं प्रेमचंद बैरवा ने शपथ ली।
काली पट्टी बांध कर आये कांग्रेसी विधायक
लेकिन सत्र के पहले दिन शपथ ग्रहण के दौरान राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत सभी कांग्रेस विधायक अपनी बाहों पर काली पट्टी बांधे नजर आए। बाजूओं पर बंधी काली पट्टी में ही इन लोगों ने विधायक की शपथ ली।
कर्तव्य की शपथ !
आज सरदारपुरा विधानसभा क्षेत्र के विधायक के रूप में शपथ ली।
मैं सदैव की भांति अहर्निश सरदारपुरा व राजस्थान की सेवा में समर्पित रहूंगा। pic.twitter.com/2GA1HFCM76
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) December 20, 2023
संसद में विपक्षी सांसदों के निलंबन का जताया विरोध
दरअसल सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक शांति धारीवाल ने अचानक सत्र बुलाने पर आपत्ति जताई। कांग्रेस के विधायक, संसद में विपक्षी सांसदों के निलंबन को लेकर अपना विरोध जताने के लिए बांह पर काली पट्टी बांधकर सदन में पहुंचे।
सदन में इस दौरान मौजूद प्रमुख चेहरों में कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट तो सत्तारूढ़ भाजपा की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एवं अन्य नेता नजर आए।
पहले दिन सत्र से 7 विधायक गायब, कल लेंगे शपथ
राजस्थान की नवगठित 16 वीं विधानसभा का यह पहला सत्र है। लगभग सात विधायक सदन में उपस्थित नहीं होने के कारण बुधवार को शपथ नहीं ले पाए। उन्हें बृहस्पतिवार को शपथ दिलाई जाएगी। भाजपा की ओर से वरिष्ठ विधायक वासुदेव देवनानी को विधानसभा अध्यक्ष बनाने की बनाने की घोषणा की गई है।
गौरतलब है कि राज्य में विधानसभा की 200 में से 199 सीट पर 25 नवंबर को मतदान हुआ। भाजपा ने 115 सीट जीतीं, जबकि कांग्रेस को 69 सीट मिलीं। करणपुर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के निधन के कारण चुनाव स्थगित कर दिया गया था। इस सीट पर अब पांच जनवरी को मतदान होगा।