जकोट में खेले गये तीसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन भारत ने इंग्लैंड को 434 रनों से करारी शिकस्त दी। यह इंग्लैंड की पांचवीं सबसे बड़ी हार थी। राजकोट टेस्ट मैच की पहली पारी में भारत ने 445 रन बनाये थे जिसके जवाब में इंग्लैंड की टीम 319 रनों पर ही सिमट गयी थी। इस तरह भारत ने इंग्लैंड को 126 रनों की लीड दी थी। इसके बाद भारत ने चार विकेट के नुकसान पर 430 रनों पर बनाकर दूसरी पारी घोषित कर इंग्लैंड को जीत के लिए 557 रन बनाने की चुनौती दी थी लेकिन इंग्लैंड की टीम टेस्ट मैच के चौथे दिन 122 रनों पर सिमट गयी। इस तरह उसे 434 रनों की करारी हार मिली। बता दें कि इंग्लैंड ने पहला मैच जीता था और भारत ने दूसरा। तीसरा मैच राजकोट में खेला गया जिसे भारत ने जीत लिया और पांच मैचों की शृंखला में 2-1 की बढ़त बना ली। रवींद्र पड़ेजा को पहली पारी में शतक बनाने और मैच की दोनों पारियों में सात विकेट झटकने के प्रदर्शन के कारण प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला।
It's @imjadeja with the final breakthrough 😎 #TeamIndia win the 3rd Test by 434 runs! 👏👏
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— BCCI (@BCCI) February 18, 2024
राजकोट में खेले गए टेस्ट मैच में भारत ने अब तक की सबसे बड़ी जीत दर्ज की। इससे पहले भारत ने न्यूजीलैंड को 2021 में 372 रनों से हराया था। इसी तरह वर्ष 2015 में दक्षिण अफ्रीका को भारत ने 337 रन से हराया था। वर्ष 2016 में टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड को 321 रनों और वर्ष 2008 में ऑस्ट्रेलिया को भारत ने मोहाली में 320 रनों से शिकस्त दी थी।
इस मैच की खासियत 22 साल के भारत के युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल रहे। उन्होंने लगातार दूसरे टेस्ट में दोहरा शतक लगाया। मैच की दूसरी पारी में जायसवाल ने 236 गेंदों का सामना कर नाबाद 214 रन ठोके। इस दौरान उनके बल्ले से 14 चौके और 12 छक्के भी देखने को मिले। अपने इस दोहरे शतक से जायसवाल ने तमाम रिकॉर्ड तोड़ डाले। उन्होंने नवजोत सिंह सिद्धू के टेस्ट मैच की पारी में 8 छक्कों के रिकॉर्ड को तोड़ा।
हालांकि यशस्वी पहली पारी में कोई खास कमाल नहीं दिखा पाये थे लेकिन भारत ने फिर भी रोहित शर्मा और रवींद्र जड़ेजा के शतकों की बदौलत 445 रनों का स्कोर खड़ा कर लिया था। इसके बाद इंग्लैड ने डकैट के शतक की सहायता से 319 रनों का स्कोर खड़ा किया। दूसरी पारी में भारत ने शुभमन गिल के 91 रन और यशस्वी जायसवाल (214 रन नाबाद) के दोहरे शतक की बदौलत लीड को बढ़कर 556 रन तक पहुंचा दिया। इस मैच से टेस्ट जीवन की शुरुआत करने वाले सरफराज खान में विशेषयोगदान दिया। उन्होंने पहली पारी में 62 (रन आउट) और दूसरी पारी में 68 (नाबाद) रन बनाकर क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीता। इन खिलाड़ियों के अलावा सर रवींद्र जड़ेजा ने अपने ऑलराउंज खेल से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया और उन्हें कमेंटेटर्स ने राजकोट का राजा की उपाधि से वनाज दिया। जड़ेजा ने पहली पारी में 112 रन ठोके और 2 विकेट झटके। दूसरी पारी में उन्हें बैटिंग का तो अवसर नहीं मिला लेकिन उन्होंने अपनी फिरकी गेंदों में अंग्रेजों को फंसाया और पांच विकेट झटके।
The joy and appreciation say it all! ☺️ 👏
Where were you when Yashasvi Jaiswal scored his second Double Ton in Tests 🤔
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इंग्लैंड की दूसरी पारी में मार्क वुड के अलावा कोई भी बल्लेबाज 20 रन से अधिक का स्कोर नहीं बना पाया। जैक क्रॉली 11 और पहली पारी में शतक बनाने वाली बेन डकेट चार रन बनाकर आउट हुए। कप्तान बेन स्टोक्स सिर्फ 15 रन बना सके। उन्हें कुलदीप यादव ने आउट किया। इसके अलावा ओली पोप ने तीन, रुट ने सात, बेयरस्टो ने चार, बेन फोक्स ने 16, रेहान अहमद ने शून्य, टॉम हार्टले ने 16 रन बनाये। वहीं, जेम्स एंडरसन एक रन बनाकर नाबाद रहे। इंग्लैंड 122 रन बनाकर ऑलआउट हो गयी। भारत के लिए रवींद्र जडेजा ने पांच और कुलदीप यादव ने दो विकेट लिये। वहीं, बुमराह और अश्विन को एक-एक सफलता मिली। रवींद्र पड़ेजा को पहली पारी में शतक बनाने और मैच की दोनों पारियों में सात विकेट झटकने के प्रदर्शन के कारण प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला।