दिल्लीराजनीति

सामने नहीं था कोई विरोधी: जयशंकर, डेरेक ओ ब्रायन समेत 11 नेता निर्विरोध जाएंगे राज्यसभा

डेरेक ओ ब्रायन के अलावा जो अन्य टीएमसी नेता चुने गए हैं, वे हैं सुखेंदु शेखर रॉय, डोला सेन, साकेत गोखले, समीरुल इस्लाम और प्रकाश बारिक। राज्यसभा में कांग्रेस एक सीट हार गई है। उसके सदस्यों की तादाद घटकर 30 पर आ गई है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर और तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन समेत 11 नेता को निर्विरोध राज्यसभा के लिए चुना जाना तय है। इसी के साथ बीजेपी को राज्यसभा में एक अन्य सीट मिली है। उसके सदस्यों की तादाद अब राज्यसभा में 93 हो गई है। लेकिन मोदी सरकार राज्यसभा में बहुमत से अब भी दूर है। 24 जुलाई को प. बंगाल में 6, गुजरात में तीन और गोवा में एक सीट के लिए वोटिंग होनी थी। लेकिन अब नहीं होगी क्योंकि इन सीटों पर कोई विरोधी उम्मीदवार नहीं है। सोमवार (17 जुलाई) को चुनाव से नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन था।
टीएमसी के 6 और बीजेपी के 5 उम्मीदवार जीते
तृणमूल कांग्रेस के 6 और बीजेपी के 5 उम्मीदवार निर्विरोध चुने जाएंगे। पश्चिम बंगाल में एक राज्यसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भी तृणमूल ने जीत हासिल की है। उच्च सदन में जयशंकर का यह दूसरा कार्यकाल होगा। जबकि बाबूभाई देसाई और केसरीदेव सिंह झाला गुजरात से चुने जाएंगे। जबकि कोई विरोधी नहीं होने के कारण अनंत महाजन को बंगाल और सदानंद शेट तनावडे को गोवा से जीत मिली है।
टीएमसी से जीते ये नेता
डेरेक ओ ब्रायन के अलावा जो अन्य टीएमसी नेता चुने जाएंगे, वे हैं सुखेंदु शेखर रॉय, डोला सेन, साकेत गोखले, समीरुल इस्लाम और प्रकाश बारिक। राज्यसभा में कांग्रेस एक सीट हार गई है। उसके सदस्यों की तादाद घटकर 30 पर आ गई है। 24 जुलाई के बाद 245 सदस्यीय राज्यसभा में सात सीटें खाली हो जाएंगी। इनमें जम्मू-कश्मीर में चार सीटें, दो मनोनीत और उत्तर प्रदेश में एक सीट। इससे राज्यसभा में कुल सीटों की संख्या घटकर 238 हो जाएगी। बहुमत का आंकड़ा 120 होगा। बीजेपी और उसके सहयोगी पार्टियों को मिलाकर 105 सदस्य हैं। बीजेपी को पांच नामांकित और दो निर्दलीय सांसदों का समर्थन मिलना भी तय है। इसके बावजूद मोदी सरकार के पास 112 सदस्यों का समर्थन होगा, जो बहुमत के आंकड़े से कम है।

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