राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में मुख्य पुजारी की भूमिका निभाने वाले पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित का निधन हो गया। वे 90 वर्ष थी और भारतीय सनातन परंपरा के प्रकांड विद्वान माने जाते थे। दीक्षित के निधन से भारत के सनातन समाज से जुड़े लोगों में शोक व्याप्त हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।
लक्ष्मीकांत दीक्षित के निधन पर न केवल देश बल्कि विदेशों के नेताओं ने भी शोक व्यक्त किया है। देश के अनेक राजनेताओं और सेलिब्रिटीज ने उनके निधन पर अपने संवेदनाएं व्यक्त की हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी काशी विश्वनाथ धाम के प्रति समर्पण और राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह के हिस्सा रहे आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है। मोदी ने आचार्य को ‘काशी की विद्वान परंपरा का एक प्रसिद्ध व्यक्ति’ कहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, “देश के मूर्धन्य विद्वान और साङ्गवेद विद्यालय के यजुर्वेदाध्यापक लक्ष्मीकान्त दीक्षित जी के निधन का दुःखद समाचार मिला। दीक्षित जी काशी की विद्वत् परंपरा के यशपुरुष थे। काशी विश्वनाथ धाम और राम मंदिर के लोकार्पण पर्व पर मुझे उनका सान्निध्य मिला। उनका निधन समाज के लिए अपूरणीय क्षति है।”
देश के मूर्धन्य विद्वान और साङ्गवेद विद्यालय के यजुर्वेदाध्यापक लक्ष्मीकान्त दीक्षित जी के निधन का दुःखद समाचार मिला। दीक्षित जी काशी की विद्वत् परंपरा के यशपुरुष थे। काशी विश्वनाथ धाम और राम मंदिर के लोकार्पण पर्व पर मुझे उनका सान्निध्य मिला। उनका निधन समाज के लिए अपूरणीय क्षति…
— Narendra Modi (@narendramodi) June 22, 2024