जयपुरताज़ा समाचार

‘रामायण (Ramayan) के रावण (Ravan)’ के निधन पर बोले राम (Ram), ‘मानव समाज ने नेक, धार्मिक, सरल और मेरे अतिप्रिय मित्र को खो दिया’ और लक्ष्मण (Luxman) ने कहा, ‘ मैंने अपने पितातुल्य, मेरे गाइड, शुभचिंतक और भद्रपुरुष को खो दिया।’

रामानंद सागर कृत टेलिविजन धारावाहिक रामायण (Ramayan) में रावण (Ravan) की भूमिका निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी (Arvind Trivedi)  के निधन से भारतीय फिल्म और टेलिविजन जगत में शोक की लहर है। सांसद भी रहे 83 वर्षीय त्रिवेदी के निधन पर अनेक नेताओं और अभिनेताओं ने शोक व्यक्त किया है।

रामायण धारावाहिक में राम (Ram) का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल ने कहा, ‘आध्यात्मिक रूप से रामावतार का कारण और सांसारिक रूप से एक बहुत ही नेक, धार्मिक, सरल स्वभावी इंसान और मेरे  अतिप्रिय मित्र अरविंद त्रिवेदी जी को आज मानव समाज ने खो दिया। नि:संदेह वे सीधे परमधाम जाएंगे और भगवान श्रीराम का सानिध्य पाएंगे।’ धारावाहिक में प्रभु श्रीराम के छोटे भाई लक्ष्मण (Luxman) की भूमिका निभाने वाले सुनील लहरी का कहना है, ‘मैं निःशब्द हूं, मैंने पितातुल्य, मेरे गाइड, शुभचिंतक और एक भद्रपुरुष को खो दिया है।’

उल्लेखनीय है कि 5 अक्टूबर की रात करीब 10 बजे दिल का दौरा पड़ने से श्री त्रिवेदी का निधन हो गया था। उनके भतीजे कौस्तुभ त्रिवेदी ने उनके निधन के खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि ‘चाचाजी पिछले कुछ सालों से लगातार बीमार चल रहे थे। पिछले तीन साल से उनकी तबीयत कुछ ज्यादा ही खराब रहने लगी थी। ऐसे में उन्हें दो-तीन बार अस्पताल में भी दाखिल कराना पड़ा था। एक महीने पहले ही वो अस्पताल से एक बार फिर घर लौटे थे। मंगलवार की रात उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उन्होंने कांदिवली स्थित अपने घर में ही दम तोड़ दिया।’

गौरतलब है कि अरविंद त्रिवेदी का जन्म 8 नवंबर 1938 को मध्यप्रदेश के इंदौर में हुआ था। उनका शुरुआती करियर गुजराती रंगमंच से शुरू हुआ। उनके भाई उपेंद्र त्रिवेदी गुजराती सिनेमा के चर्चित नाम रहे। हिंदी के लोकप्रिय धारावाहिक रामायण से घर-घर में अपनी पहचान बनाने वाले रावण यानी अरविंद त्रिवेदी ने लगभग 300 हिंदी और गुजराती फिल्मों में अभिनय किया था। गुजराती फिल्मों में सर्वश्रेष्ठ अभिनय के लिए त्रिवेदी ने सात पुरस्कार जीते थे। वर्ष 2002 में उन्हें केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नामित किया गया था।

अरविंद त्रिवेदी ने 20 जुलाई 2002 से 16 अक्टूबर 2003 तक केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) प्रमुख के रूप में काम किया था। इसके अलावा त्रिवेदी वर्ष 1991 से लेकर 1996 तक गुजरात के साबरकांठा से भारतीय जनता पार्टी की ओर से लोकसभा सदस्य रहे।

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