जयपुर में बलात्कार पीड़ित युवती पर जानलेवा हमला कर हुए फरार हुआ आरोपी सोमवार सुबह ट्रेन की चपेट में आ गया। इससे उसका एक पैर कटकर अलग हो गया और दूसरा टूट गया। पुलिस ने आरोपी को अस्पताल में भर्ती कराया है। उसका इलाज चल रहा है। इस मामले को लेकर राजनीति भी गरमा गई है।
जयपुर के ग्रामीण क्षेत्र के प्रागपुरा थाना इलाके में रेप पीड़िता पर जानलेवा हमले के करने के मामले में फरार चल रहा मुख्य आरोपी सोमवार सुबह ट्रेन की चपेट में आ गया। हादसे में आरोपी का एक पैर कटकर अलग हो गया जबकि दूसरा पैर फ्रेक्चर हो गया। हादसे की सूचना पर जयपुर पुलिस मौके पर पहुंची और घायल आरोपी को ट्रोमा सेंटर में भर्ती कराया। वहां उसका उपचार जारी है। पुलिस ने इस केस के मुख्य आरोपी समेत तीन आरोपियों को दबोच लिया है।
जयपुर रेंज आईजी उमेश दत्ता ने बताया कि आरोपी राजेंद्र यादव ने अपने 2 साथियों के साथ मिलकर रविवार शाम को स्कूटी से अपने भाई के साथ घर लौट रही रेप पीड़िता युवती पर जानलेवा हमला कर दिया था। इस दौरान उसने पीड़िता पर गोली भी चला दी थी। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई थी। बाद में उसे जयपुर में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हमले के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया था। पुलिस ने इस मामले में 2 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था।
मुख्य आरोपी राजेंद्र फरार चल रहा था। पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए लगातार उसका पीछा कर रही थी। पुलिस लगातार आरोपी के राजस्थान और गुड़गांव में ठिकानों पर दबिश दे रही थी। इस बीच सोमवार को सुबह आरोपी राजेंद्र यादव पुलिस से बचते हुए भागता फिर रहा था। इसी दौरान वह जयपुर के मालवीय नगर स्थित रेलवे लाइन पर ट्रेन की चपेट में आ गया। इससे उसका एक पैर कटकर अलग हो गया।
पुलिस को इसकी सूचना मिली तो वह मौके पर पहुंची और वहां आरोपी की शिनाख्त की। उसके बाद आरोपी को अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां उसका इलाज चल रहा है। इस बीच इस मामले को लेकर राजनीति भी उफान पर आ गई। कांग्रेस ने रेप पीड़िता पर हमले को राज्य सरकार का फेल्योर बताते हुए अपने स्तर पूरे मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। इसमें डॉ. रघु शर्मा, धर्मेंद्र सिंह राठौड़, संगीता बेनीवाल और इंद्राज गुर्जर शामिल हैं। पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा इसे हृदय विदारक घटना बताया है।
वहीं, भजनलाल सरकार के वन मंत्री संजय शर्मा ने कहा कि कानून सभी के लिए बराबर है। इस मामले में कार्रवाई नहीं करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। ये अपराध बर्दाश्त के बाहर है। पुलिस को त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए थी। उल्लेखनीय है कि पीड़िता ने गत वर्ष आरोपी राजेन्द्र यादव के खिलाफ रेप का मामला दर्ज कराया। वह इस मामले में गिरफ्तार भी हो गया था। वह कुछ समय पहले ही जेल से जमानत पर बाहर आया था। जेल से बाहर आते ही उसने फिर से पीड़िता जानलेवा हमला कर दिया।