राजस्थान (Rajasthan) में शीतलहर (cold wave) से फिलहाल राहत (Relief) मिलनी शुरू हो गयी है लेकिन जल्दी ही जयपुर और बीकानेर संभाग में बरसात (rain) होने की संभावना है। इससे अधिकतम तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है और बरसात से साथ हवाएं चलने के कारण सर्दी का अहसास बढ़ जायेगा।
राजस्थान के मौसम विभाग के निदेशक आरएस शर्मा का कहना है कि आगामी दिनों में उत्तर पश्चिम भारत के कुछ भागों में एक पश्चिमी विक्षोभ 24 दिसंबर से और दूसरा पश्चिमी विक्षोभ 26 दिसंबर से सक्रिय होगा। इसके कारण 26, 27 और 28 दिसंबर के दौरान राजस्थान के उत्तरी व आसपास के क्षेत्रों में कहीं-कहीं मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने की प्रबल संभावना है।
शर्मा का कहना है कि जब मध्यम दर्जे की बरसात होगी तो राज्य में दिन के समय में हवाएं चलने से अधिकतम तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है। न्यूनतम तापमान में विशेष अंतर आने की संभावना फिलहाल नहीं है। कुल मिलाकर इतना जरूर कहा जा सकता है कि हवा के चलने से ठंड का अहसास बढ़ सकता है।
प्रसिद्ध कृषि विज्ञानी और महाराणा प्रताप कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति एनएस राठौड़ का कहना है कि राज्य में यदि बरसात की स्थिति हल्की से मध्यम दर्जे की रहती है तो निस्संदेह इसका लाभ रबी की फसलों को मिलेगा। और, इसी बात की प्रबल संभावना व्यक्त की जा रही है। लेकिन, पिछले दिनों की तरह तेज और अधिक बरसात हुई तो फसलों को नुकसान भी हो सकता है।