जयपुर। किसानों के समर्थन में आयोजित भारत बंद के दौरान भाजपा प्रदेश कार्यालय के बाहर जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान एनएसयूआई और भाजयुमो कार्यकर्ता आपास में भिड़ गए और उनके बीच जमकर पत्थर और लाठीभाटा जंग हुई। बाद में पुलिस ने दोनों संगठनों के कार्यकर्ताओं को अलग-अलग कर मामला शांत कराया।
एनएसयूआई की ओर से भारत बंद के दौरान भाजपा प्रदेश कार्यालय पर प्रदर्शन की घोषणा की गई थी। एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक चौधरी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता रैली के रूप में भाजपा कार्यालय की ओर बढ़ने लगे। पूर्व घोषणा के चलते प्रदेश कार्यालय पर भी बड़ी मात्रा में भाजयुमो कार्यकर्ताओं को जमावड़ा हो गया था।
नारेबाजी के बीच एनएसयूआई कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंकने लगे तो भाजपा कार्यकर्ताओं ने जलता हुआ पुतला एनएसयूआई कार्यकर्ताओं की ओर उछाल दिया, जिससे हाथापाई शुरू हो गई, जो जल्द ही लाठीभाटा जंग में तब्दील हो गई। सरदार पटेल मार्ग पर करीब पौन घंटे तक जमकर संघर्ष होता रहा। इस दौरान पहले तो पुलिस ने दोनों संगठनों के कार्यकर्ताओं को अलग-अलग करने की कोशिश की, लेकिन जब इसमें कामयाबी नहीं मिली। बाद में अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर राहुल प्रकाश ने मोर्चा संभाला और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को 22 गोदाम सर्किल की ओर खदेड़ा, तब जाकर यह संघर्ष शांत हुआ।
पूनिया ने की निंदा
भाजपा प्रदेश कार्यालय के बाहर हुए हंगामे को लेकर प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने सरकार को आड़े हाथों लिया और इस कार्रवाई की निंदा की। पूनिया ने कहा कि सरकार का बंद को समर्थन आश्चर्यजनक है। यह अराजकता की हद है कि कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता भाजपा प्रदेश कार्यालय पर हमला करते हैं। कांग्रेस प्रदेश में अशांति और अराजक माहौल पैदा कर रही है। मुख्यमंत्री बार-बार लोकतंत्र और सुशासन की दुहाई देते हैं, यह उसकी बानगी है। इस कार्रवाई से विपक्ष की आवाज को नहीं दबाया जा सकता है।