रूस के डूम्सडे विमान को बाल्टिक सागर के ऊपर ब्रिटिश लड़ाकू विमानों ने घेर लिया। इसके बाद रूसी डूम्सडे विमान को पीछे हटना पड़ा। रूस के इस खास विमान ने कलिनिनग्राद से उड़ान भरी थी। अभी तक यह पता नहीं चला है कि इस विमान में कौन सवार था। रूसी डूम्सडे प्लेन को उड़ता क्रेमलिन कहा जाता है।
ब्रिटिश वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने नाटो सीमा पर रूसी डूम्सडे प्लेन को इंटरसेप्ट किया है। पुतिन का यह खास विमान बाल्टिक सागर के ऊपर किसी अज्ञात मिशन पर उड़ान भर रहा था। इस रूसी डूम्सडे विमान ने कलिनिनग्राद से उड़ान भरी थी। कलिनिनग्राद में रूसी परमाणु मिसाइलों का बड़ा ठिकाना और रूसी नौसेना के उत्तरी कमान का मुख्यालय भी है। इसी दौरान बाल्टिक सागर के ऊपर ब्रिटिश टाइफून लड़ाकू विमानों ने रूसी डूम्सडे प्लेन को घेर लिया।
पुतिन ने इस विमान का निर्माण आपातकालीन परिस्थितियों में परमाणु हमले का आदेश जारी करने के लिए कराया है। रूसी डूम्सडे विमान टुपोलेव 214 को अपग्रेड कर बनाया गया है। ब्रिटिश टाइफून लड़ाकू विमान एस्टोनिया में नाटो मिशन के हिस्से के रूप में तैनात हैं।
विमान में कौन सवार था
अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि इस विमान में कौन सवार था। हालांकि, एक सूत्र ने बताया है कि इस खास रूसी विमान का उपयोग केवल महत्वपूर्ण लोग ही करते हैं। उन्होंने कहा कि यह संभव है कि इसमें पुतिन या उनके शीर्ष सैन्य अधिकारियों में से कोई एक हो सकता है। डूम्सडे विमान की उड़ान को तब देखा गया है, जब अगले हफ्ते नाटो देश लिथुआनिया की राजधानी विनियस में नाटो शिखर सम्मेलन की तैयारी कर रहे हैं। नाटो ने कहा कि उसने पोलैंड और लिथुआनिया की सीमा पर मौजूद कलिनिनग्राद से आने-जाने वाली वीआईपी उड़ानों में वृद्धि देखी है।
पुतिन के ‘डूम्सडे प्लेन’ के बारे में सब कुछ
रूसी डूम्सडे प्लेन को तीसरे विश्व युद्ध की स्थिति में राष्ट्रपति पुतिन की सुरक्षा के लिए डिजाइन किया गया है। अगर परमाणु युद्ध छिड़ जाता है तो यह विमान एक उड़ते-फिरते कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के रूप में काम कर सकता है। इसे आसमान में दूसरा क्रेमलिन भी कहा जाता है, जहां से व्लादिमीर पुतिन रूस पर शासन करना जारी रख सकते हैं। इस विमान को सबसे पहले सोवियत काल में बनाया गया था।
अन्य विमानों को कर सकता कंट्रोल
यह विमान दो मिग-29 लड़ाकू विमानों के साथ-साथ टीयू-96 बेयर और टीयू-160 व्हाइट स्वान बमवर्षक विमानों को कंट्रोल कर सकता है। टीयू-214 एसआर विमान को अपग्रेड कर बनाए गए इस डूम्सडे प्लेन में कम्युनिकेशन के लिए कई अत्याधुनिक रडार, एंटीना और दूसरे उपकरण लगे हुए हैं। इस विमान के नीचे के हिस्से में दो पॉड लगाए गए हैं, जो उपकरणों को अतिरिक्त ऊर्जा की आपूर्ति कर सकते हैं।
नया डूम्सडे विमान भी बना रहा रूस
रूसी वायु सेना ताजा हालात को देखते हुए दो नए विमानों को डूम्सडे प्लेन के तौर पर डिजाइन कर रही है। इसमें से एक विमान को वोरोनिश एविएशन प्लांट में बनाया जा रहा है। इन दोनों विमानों पर रेडियोएक्टिव, केमिकल और बॉयोलॉजिकल हमले का भी असर नहीं होगा। इस विमान की खिड़कियां इतनी मजबूत होंगी कि इन पर बंदूक की गोली का भी खास असर नहीं होगा। इस विमान का रेडियो 6000 किमी के दायरे में सैनिकों, बॉम्बर्स, मोबाइल और साइलो मिसाइल लॉन्चर और परमाणु हथियार ले जाने वाली पनडुब्बियों को आसानी से ऑर्डर दे सकेगा।