देश में पहले चरण के चुनाव हो गये हैं। विशेषतौर पर महाराष्ट्र में तो वोटिंग के साथ राजनीतिक दलों की अनर्गल बयानबाजियां बढ़ गयी हैं। शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत तो अपनी जहरीली जुबान के लिए पहचाने ही जाते हैं। इस उन्होंने अमरावती की भाजपा प्रत्याशी नवनीत राणा को लेकर एक बेतुका बयान दिया है। उन्होंने शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के प्रत्याशी बलवंत वानखेड़े को वोट देने की अपील करते समय सांसद नवनीत राणा को न केवल मात्र पर्दे की अभिनेत्री बताया बल्कि यह भी कहा कि वह बुलाएगी मगर जाने का नहीं है। पुराणों को देखो… ऋषि-मुनियों के साथ क्या हुआ..?
राउत ने अपने भाषण में कहा कि आप सभी प्रलोभन के शिकार मत बनो। वो बुलाएगी लेकिन जाने का नहीं है। राउत ने विश्वामित्र का जिक करते हुए कि आप जानते हैं कि उनके साथ क्या हुआ था। राउत ने शिवसेना यूबीटी के कार्यकर्ताओं को सचेत करते हुए कहा कि अंत तक आप सभी को सावधान रहना होगा। अगर ऐसा नहीं किया तो फिर पछताना पड़ेगा। अमरावती में इस बार नवनीत राणा भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी हैं। पिछले चुनावों में उन्होंने बीजेपी और शिवसेना के संयुक्त प्रत्याशी आनंदराव अडसुल को हराकर जीत हासिल दी थी।
संजय राउत का नवनीत राणा के लिए दिया गया बयान काफी सुर्खियों में है। राउत ने इसके बाद यह भी कहा कि अमरावती की लड़ाई बलवंत वानखेड़े और डांसर व बबली के खिलाफ नहीं है बल्कि यह लड़ाई मोदी के खिलाफ उद्धव ठाकरे, मोदी के खिलाफ शरद पवार और मोदी के खिलाफ राहुल गांधी की लड़ाई है।
चित्रा वाघ का पलटवार
राउत के नवनीत राणा पर दिए गए बयान को लेकर महाराष्ट्र बीजेपी ने पलटवार किया है। पार्टी की नेता चित्रा किशोर वाघ ने कहा है कि महिलाओं का सम्मान करना सच्चा महाराष्ट्रीयन धर्म है। लेकिन जैसे आप कांग्रेस के साथ बैठकर हिंदू धर्म के गद्दार बन गए, वैसे ही आपने नवनीत राणा जैसी महिला का अपमान करके यह सबूत भी दे दिया कि आप महाराष्ट्र के गद्दार बन गए हैं। वाघ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लियाा है कि महाराष्ट्र की जनता सभ्यता की निशानियों को कुचलने वाले और महिलाओं का अपमान करने वाले आप जैसे लोगों की बातों पर नाच नहीं पाएगी। उनकी इस पोस्ट को नवनीत राणा ने अपनी टाइमलाइन पर साझा किया है।