जयपुरसांस्कृतिक

प्रख्यात वायलिन वादक मैसूर मंजूनाथ बने संस्कार भारती के अखिल भारतीय अध्यक्ष

विश्व प्रसिद्ध वायलिन वादक संगीतज्ञ प्रोफेसर डॉ मैसूर मंजूनाथ तीन वर्ष के लिए सर्वसम्मति से निर्विरोध संस्कार भारती के अखिल भारतीय अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं। निर्वाचित अध्यक्ष ने ऑनलाइन घोषणा की कि प्रसिद्ध अभिनेता व निर्देशक नीतीश भारद्वाज, मुंबई, कला विशेषज्ञ हेमलता, एस मोहन; रांची, वरिष्ठ संस्कृति कर्मी डॉ रवींद्र भारती; जयपुर, संस्कार भारती के अखिल भारतीय उपाध्यक्ष होंगे। प्रसिद्ध सुरबहार वादक डॉ अश्विन दलवी;जयपुर, अखिल भारतीय महामंत्री होंगे।
इसी तरह अभिजीत गोखले;दिल्ली, अखिल भारतीय संगठन मंत्री, रवि बेडेकर;नासिक, निलाँजना रॉय;कोलकाता, अनुपम भटनागर;दिल्ली, आशुतोष अडोनी; नागपुर और संजय चौधरी अखिल भारतीय मंत्री, सुभाष चंद्र अग्रवाल;आगरा, कोषाध्यक्ष और श्रीपाद जोशी उज्जैन, सह कोषाध्यक्ष बनाए गए हैं।
संस्कार भारती कला जगत का संगठन है। भारतीय कला जगत का संचालन भारतीय कला दृष्टि के आधार पर हो, इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए ऐसी बैठकों में योजना कार्यक्रम उपक्रम प्रकल्प इत्यादि नियोजित किए जाते हैं और आयोजित भी।
विचार आधारित प्रस्तुतियां हो इस दृष्टि से कला, शिक्षा, अध्ययन, समीक्षा, श्रोता, संस्थाएं सृजन, नीति निर्धारण इत्यादि में संस्कार भारती कार्य आगे बढ़ाने का विचार हुआ है जिसमें देश के कलाकारों सहित कला जगत के अन्य घटकों में कार्य का विस्तार करने और विभिन्न कला विधाओं के चर्चा केंद्र, कला सर्कल आदि उपक्रम विशेषतः नगरों में शुरू किए जाने का निर्णय हुआ है।
सामाजिक समरसता विषय पर फरवरी में बेंगलुरु में हुए अखिल भारतीय कला साधक संगम की उपलब्धियां की समीक्षा की गई है। उसके साथ ही इस वर्ष का भरतमुनि सम्मान दो कला विभागोंं एक मंचीय कला और दूसरे साहित्य; भारतीय भाषाओं में प्रदान करने का निर्णय हुआ है। जिसमें प्रत्येक को 1,51,000 रुपए की राशि, एक प्रतीक चिह्न और प्रशस्ति पत्र देकर दिल्ली में सम्मानित किया जाएगा।
गत सितंबर माह में चेन्नई के आईआईटी परिसर में तीन दिन की अखिल भारतीय रंगोली की कार्यशाला जिसमें देश के 20 राज्यों से 934 प्रतिभागियों ने भाग लिया था उनमें 57 प्रतिभागी आईआईटी संस्थान के ही थे, की समीक्षा की गयी। ऐसे आयोजन निरंतर किए जाएंगे।
भारत की कला और संस्कृति के चिह्न विश्व में अनेक देशों में दिखाई पड़ते हैं। यूरोप के स्लाविक और बाल्टिक देशों के प्रकृति पूजक मूल समुदाय आज भी भारतीय संस्कृति से निकटता अनुभव करते हैं। सांस्कृतिक आदान-प्रदान के उद्देश्य से पोलैंड के एक सांस्कृतिक दुनायोवी को भारत में निमंत्रित किया गया था। उसे दल के सदस्यों की रुचि अपनी वंशावली लेखन की ओर होने के कारण हरिद्वार में उनके वंशावली लेखन का कार्य भी संपन्न कराया गया।
कश्मीर घाटी में कार्य का विस्तार करने की योजना में वहां की कला साधकों का सम्मान और कारगिल शौर्य यात्रा का आयोजन, जून माह में जम्मू विश्वविद्यालय में फिल्म आयाम के अंतर्गत संस्कार भारती जम्मू कश्मीर और युवा जम्मू कश्मीर द्वारा फिल्म डॉक्यूमेंट्री एवं लघु फिल्म का संकलन किया गया।
ओपन माइक कार्यक्रमों के प्रचलन को देखते हुए युवा प्रतिभाकारों के इस वर्ष 180 कार्यक्रम द रूट्स ओपन माइक के नाम से आयोजित किए गए हैं।
संस्कार भारती की अखिल भारतीय साधारण सभा की दो दिवसीय इस बैठक में देश भर के प्रमुख कार्यकर्त्ता कलासाधक सदस्य, कुछ विशेष आमंत्रित गण आते हैं। इसमें गत वर्ष के कार्यकलापों, कार्यक्रमों का मूल्यांकन होता है साथ ही आगे की कुछ योजनाओं पर विचार विमर्श और निर्णय होते हैं।
इस बैठक में पूरे देश से लगभग 300 प्रतिनिधि कलासाधकों ने भाग लेकर विचार विमर्श में अपनी सहभागिता दी है।

Related posts

राजस्थान (Rajasthan) के शहरी बाढ़ग्रस्त (flooded) क्षेत्रों में इंदिरा रसोई (Indira Rasoi) के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा नि:शुल्क भोजन (free food)

admin

देश के सर्वश्रेष्ठ पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों (best police training institutes) में आरपीए(RPA) का चयन, आरपीटीसी (RPTC) व पीटीसी (PTC) किशनगढ़ का भी हुआ चयन

admin

राजस्थान में नयी गाइडलाइन (New guidelines) के मुताबिक विवाह समारोह (marriage ceremony) में केवल 100 लोग अनुमत, कक्षा 1 से 8 तक स्कूलों में शिक्षण गतिविधियां (teaching activities) 9 जनवरी तक बंद

admin