प्रतिदिन 41 हजार कोरोना जांच की क्षमता विकसित
जयपुर। प्रदेश की स्कूलों में अब कोरोना को भी पढ़ाया जाएगा। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा का कहना है कि स्कूलों के खुलते ही बच्चों को कोरोना संक्रमण के प्रति जागरुकता के बारे में जानकारी दी जाएगी। कोरोना को पाठ्यक्रम में भी शामिल किया जाएगा। इसके लिए आदेश दिए जाएंगे।
शर्मा ने कहा कि राजस्थान ने प्रतिदिन 41 हजार कोरोना जांच करने की क्षमता विकसित कर ली है। जल्द ही राज्य में 50 हजार जांच प्रतिदिन भी होने लगेगी। प्रदेश के 20 जिलों में कोरोना टेस्टिंग की भी सुविधा शुरू हो चुकी है, शेष जिलों में भी शीघ्र ही कोरोना टेस्टिंग होने लगेगी।
कोरोना का पहला मामला आने के समय प्रदेश में टेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध नहीं थी और सैम्पल पुणे की लैब में भेजे जाते थे, लेकिन मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व के चलते आज प्रतिदिन 41450 से ज्यादा जांचें करने की क्षमता विकसित कर ली गई है।
भविष्य में 50 हजार जांच प्रतिदिन की लक्ष्य निर्धारित किया गया है। प्रदेश में बेहतर इंतजामों के चलते कोरोना पॉजिटिव से नेगेटिव होने वालों का रेशो 80 प्रतिशत तक पहुंच गया है। प्रदेश में 19256 केसों में से 15352 लोग स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं।
सरकार द्वारा बनाए गए संस्थागत और होम क्वारंटाइन के जरिए लोग जल्दी स्वस्थ हो रहे हैं। शर्मा ने कहा कि तेजी से जांच की सुविधा बढ़ाने से रिकवरी में फायदा मिला है। हाई रिस्क लोगों और बुजुर्गों को हॉट स्पॉट के तौर पर चिन्हित किया गया, उनपर पूरी निगरानी रखी गई। राज्य में अभी तक 9 लाख लोगों का सैम्पल लिया जा चुका है। सरकार का पूरा ध्यान सैंपलिंग पर है।