गहन जांच से बचाव के साथ ही उसे बड़े तबके का समर्थन भी मिल रहा है। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के वकील एपी सिंह ने सीमा की ओर से राष्ट्रपति के नाम दया याचिका दी है। इसमें भी सीमा के सचिन से प्यार व भारतीय संस्कृति से प्रभावित होकर हिंदू धर्म अपनाने का हवाला दिया गया है।
पबजी पार्टनर के प्यार की खातिर चार बच्चों संग पाकिस्तान से रबूपुरा आई सीमा हैदर ने नेपाल से लेकर हिंदुस्तान तक हिंदुत्व और भारतीय संस्कृति को ढाल बनाया है। इससे वह गहन जांच से बच गई। साथ ही, उसे बड़े तबके का समर्थन भी मिल रहा है। सीमा गुलाम हैदर नाम से नेपाल का वीजा नहीं मिलने पर उसने सीमा के नाम से वीजा बनवाया।
शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के वकील एपी सिंह ने सीमा की ओर से राष्ट्रपति के नाम दया याचिका दी है। इसमें भी सीमा के सचिन से प्यार व भारतीय संस्कृति से प्रभावित होकर हिंदू धर्म अपनाने का हवाला दिया गया है। याचिका में उसे पाकिस्तान नहीं भेजने और सचिन की पत्नी बताकर भारतीय नागरिकता देने की मांग की गई है। सीमा के पास से पुलिस ने छह पासपोर्ट बरामद किए हैं। छठे पासपोर्ट के संबंध में शुक्रवार को उसने कहा कि पहले नेपाल का वीजा लेने के लिए सीमा गुलाम हैदर नाम से आवेदन किया था। वीजा नहीं मिलने पर उसने दोबारा सीमा नाम से आवेदन किया था। इसके अलावा नेपाल में होटल का रूम भी सचिन ने सीमा को पत्नी बताकर बुक कराया था।
प्रीति बनकर लिया बस का टिकट
सीमा ने नेपाल के पोखरा से भारत आने के लिए जो बस का टिकट बुक कराया था। वहां भी उसने खुद को भारतीय बताया था। उसने यहां अपना नाम प्रीति बताया था। उसने उसके पास पहचान पत्र होने का भी हवाला दिया। बस में भी चेकिंग के दौरान भी उसने खुद को रबूपुरा निवासी सचिन की पत्नी बताया। आंबेडकर नगर किराये के घर में भी वह हिंदू धर्म का पालन करती थी। जमानत मिलने के बाद भी उसने पूजा-पाठ आदि कर जनसमर्थन जुटा लिया।
शक है तो जांच करा लीजिए
सुप्रीम कोर्ट के वकील एपी सिंह और सचिन मीणा के पिता नेत्रपाल के साथ शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन पहुंचे। उन्होंने सीमा की तरफ से दया याचिका दायर की। एपी सिंह का कहना है कि सीमा का अपने पूर्व पति गुलाम हैदर से तलाक हो चुका है। उसने सचिन मीणा संग प्रेम विवाह किया है। सीमा भारतीय संस्कृति से प्यार करती है। अगर उसे पाकिस्तान भेजा गया तो उसकी वहां उसकी जान को खतरा हो सकता है। अगर कोई शंका है तो एजेंसियों को जांच कर लेनी चाहिए। एजेंसियां चाहें तो पॉलीग्राफ और ब्रेन मैपिंग जैसे टेस्ट भी करा सकती हैं। लोग उसके बच्चों पर शक कर रहे हैं तो उनका डीएनए टेस्ट करा लेना चाहिए।