जयपुर। कोरोना महामारी से बचाव के लिए राजस्थान सरकार द्वारा 22 जून को शुरू किए गए ‘शब्दों का युद्ध कोरोना के विरुद्ध’ प्रतियोगिता में लोग शब्दों से कोरोना के खिलाफ भड़ास निकाल रहे हैं। इस स्लोगन प्रतियोगिता के प्रति लोगों का आकर्षण देखने में आया है।
प्रतियोगिता में लोगों से संस्कृत, हिंदी, राजस्थानी में ऑनलाइन स्लोगन मांगे गए थे। प्रदेश के कला, साहित्य एवं संस्कृति मंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने बताया कि प्रतियोगिता में अब तक पांच हजार लोगों ने 14 हजार से अधिक स्लोगन भिजवाए हैं।
इनमें से अधिकांश ने तीनों भाषाओं में तो सैंकड़ों लोगों ने संस्कृत और राजस्थानी भाषा में स्लोगन भिजवाए हैं। संस्कृत भाषा में 1500 से अधिक प्रविष्ठियां मिली है। कल्ला ने बताया कि राजस्थान में पहली बार ऑयोजित इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य जन-सामान्य की रचनाधर्मिता को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ कोरोना महामारी से संरक्षण, संक्रमण के प्रति जन चेतना जागृत करना है। इन स्लोगन्स के जरिए कोरोना से बचाव और सतर्कता का संदेश दिया जाएगा।
कला एवं संस्कृति विभाग की प्रमुख सचिव श्रेया गुहा ने बताया कि संस्कृत अकादमी के संयोजन में आयोजित यह प्रतियोगिता 30 जून को समाप्त होगी। इसमें सहभागिता की न्यूनतम उम्र 10 वर्ष है और स्लोगन की सीमा अधिकतम दो पंक्तियों में रखी गई है। प्रतियोगिता के बाद श्रेष्ठ प्रतिभागियों को अकादमी द्वारा सम्मानित किया जाएगा। चयनित सामग्री का राज्य सरकार के विभिन्न प्रचार माध्यमों में उपयोग किया जाएगा।