नये साल में सभी की कामना यही रही है कि देश-दुनिया को कोरोना से निजात मिले और जिंदगी फिर से सामान्य हो जाये। इसीलिए, जब नये साल के पहले दिन भारत में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्रेजेनेका द्रारा विकसित वैक्सीन कोविशील्ड को आपातकालीन उपयोग (इमर्जेंसी यूज) की अनुमति मिली तो लगा कि नया साल नयी जिंदगी की सौगात लेकर आया है।
और अब, साल के दूसरे ही दिन खबर मिली है कि तो केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को भी आपातकालीन उपयोग की मंजूरी देने जा रहा है। लेकिन, राहत की इन खबरों में जहर घोलने का काम किया, वैक्सीन को लेकर शुरू हुई राजनीति ने। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा, “मैं बीजेपी की कोरोना वैक्सीन को नहीं लगवाऊंगा। मुझे वैक्सीन पर भरोसा नहीं है।”
तीन करोड़ को लगेगा मुफ्त में टीका
शनिवार, 2 जनवरी से कोरोना वैक्सीन लगाने की तैयारियों को परखने के लिहाज से पूर्वाभ्यास की शुरुआत हुई और दूसरी ओर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने स्पष्ट किया कि वैक्सीन लगाये जाने के पहले चरण में एक करोड़ हेल्थ वर्कर्स और दो करोड़ फ्रंट लाइन वर्कर्स को टीका मुफ्त में लगाया जाएगा। इसके बाद 27 करोड़ लाभार्थियों को जुलाई 2021 तक टीका लगाने का प्रयास रहेगा। लेकिन नये साल की इन खुशनुमा खबरों को अखिलेश यादव ने अपने बयानों से गंदला करने का प्रयास किया।
डॉ. हर्षवर्धन ने इनके बयान पर टिप्पणी करते हुए लोगों से अपील की कि वे किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान ना दें। उन्होंने कहा कि पोलिया के टीकाकरण की शुरुआत के समय भी इसी तरह की नकारात्मक बातें हुई थीं इसलिए बेहतर है कि किसी भी तरह के बयानों और अफवाहों पर ध्यान ना दिया जाये।
कोवैक्सीन देश में विकसित और देश में निर्मित टीका
ध्यान दिला दें कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्रेजेनेका द्वारा विकसित वैक्सीन कोविशील्ड का उत्पादन भारत में दवा निर्माता कंपनी सीरम इंस्टिट्यू ऑफ इंडिया कर रही है। पुणे में स्थित सीरम इंस्टीट्यूट उत्पादन की दृष्टि से दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी है। और, जिस भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को मंजूरी मिलने की खबर है, उसे भारत में विकसित किया गया है और वह भी भारत में बन रही है। बहरहाल खबर है कि टीकाकरण का अभियान देश मे 14 जनवरी से होने जा रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तो 14 जनवरी से वैक्सीन लगाये जाने का ऐलान कर चुके हैं।
राजस्थान में भी शरू हुआ टीकाकरण का ड्राई रन
राजस्थान में भी 7 जिलों के 19 केंद्रों पर शनिवार, 2 जनवरी से कोरोना वैक्सीनेशन का ड्राई रन किया गया। इन सभी केंद्री पर वैक्सीनेशन के पश्चात होने वाले संभावित सामान्य प्रतिकूल प्रभावों एवं कोविड प्रोटोकॉल नियमित रूप से फॉलो करने के बारे में जानकारी दी गई। चयनित केंद्रों पर कुल 424 लाभार्थियों पर टीकाकरण का पूर्वाभ्यास किया गया।
राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि पहले चरण में प्रदेश के 7 जिलों में पूरी सावधानी और वैज्ञानिक प्रोटोकॉल के साथ ड्राई रन की शुरुआत की गई। इसके बाद चरणबद्ध तरीके से प्रदेश भर में ड्राई रन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जयपुर के जेके लोन अस्पताल में सबसे पहले ड्राई रन की शुरुआत की गई।