श्रीलंका में आर्थिक संकट के बीच अब वहां के लोगों को बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है। सिस्टम के फेल होने के कारण श्रीलंका के कई शहर की बिजली गुल हो गई है और पूरा शहर अंधकार में डूब गया है। इससे श्रीलंका का कारोबार और बिजनेस भी प्रभावित हुआ है।
आर्थिक संकट के बीच श्रीलंका के लोगों को 10 घंटे की बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है, जिससे बाजार अस्त-व्यस्त हो गया है। सिस्टम फेल होने के कारण श्रीलंका में पूरे देश में बिजली कटौती हो रही है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सीईबी के प्रवक्ता नोएल प्रियंता ने कहा कि देश की बिजली एकाधिकार कंपनी सीलोन इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड (सीईबी) बिजली बहाल करने के लिए काम कर रही है।
2022 से श्रीलंका के लोग आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। अब उन्हें 10 घंटे की बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच, बिजली नियामक ने दस लाख से अधिक सरकारी कर्मचारियों से ईंधन बचाने के लिए घर से काम करने का आग्रह किया, क्योंकि विदेशी मुद्रा की कमी के कारण श्रीलंका ईंधन शिपमेंट के लिए भुगतान करने में असमर्थ था।
सार्वजनिक उपयोगिताओं के अध्यक्ष जनक रत्नायके ने कहा, ‘हमने सरकार से सार्वजनिक क्षेत्र, जिसमें लगभग 1।3 मिलियन कर्मचारी हैं, को अगले दो दिनों के लिए घर से काम करने की अनुमति देने का अनुरोध किया है, ताकि हम ईंधन और बिजली की कमी को बेहतर ढंग से प्रबंधित कर सकें।’ बिजली कटौती भी 13 घंटे तक बढ़ा दी गई, क्योंकि देश को दशकों में सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा रहा है। श्रीलंका का विदेशी मुद्रा भंडार 70 फीसदी तक गिर गया है।
इंटरनेट सेवाएं हुईं बाधित
कथित तौर पर इसके परिणामस्वरूप देश में इंटरनेट बाधित हुआ है। इंटरनेट सेवाएं बाधित होने से कामकाज बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। बिजली गुल होने से शिक्षण संस्थान से लेकर चिकित्सा संस्थान भी प्रबावित हुए हैं। हालांकि मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में बिजली का आपातकाल व्यवस्था से काम चलाया जा रहा है।
रिपोर्टों के मुताबिक, कोटमाले-बियागामा ट्रांसमिशन लाइन टूट गई है। इस कारण ही पूरे श्रीलंका में बिजली गुल हो गई है। वहीं कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि देश की बिजली एकाधिकार कंपनी सीलोन इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड (सीईबी) बिजली बहाल करने के लिए काम कर रही है।