राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि सरकार ने राजस्थान में हो रही ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए करीब 50 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर मंगवाने की योजना बनाई है। रूस से 100 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर की पहली खेप शुक्रवार, 7 मई जयपुर पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि रूस से कुल 1250 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर भी सप्ताह भर में पहुंच जाएंगे।
डॉ. शर्मा ने बताया कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर की उपलब्धता और खरीद के लिए चिकित्सा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल के नेतृत्व में प्रीतम बी यशवंत और टीना डाबी की टीम ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर का निर्माण करने वाले देश जैसे रूस, चीन, दुबई आदि से संपर्क कर मंगवाने की व्यवस्था कर रही है।
संक्रमितों को राहत के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर प्रदेश के तीन मंत्रियों की टीम ने दिल्ली जाकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, रेल मंत्री पीयूष गोयल, चिकित्सा मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से मुलाकात कर राज्य में कोरोना की वजह से राजस्थान के हालात से अवगत कराया।
615 में से 270 मीट्रिक टन ऑक्सीजन ही केंद्र करा रहा उपलब्ध
डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि भारत सरकार राजस्थान को 615 मीट्रिक टन ऑक्सीजन के मुकाबले भारत सरकार 270 मीट्रिक टन ऑक्सीजन उपलब्ध करवा रही है। इसमें से 100 मीट्रिक टन भिवाड़ी, 70 जामनगर, 60 कलिंगनगर और 40 मीट्रिक टन ऑक्सीजन बुरहानपुर से मिल रही है। इन जगहों से ऑक्सीजन लाने में कई दिन लग जाते हैं लेकिन बेहतर योजना बनाकर रेल और एयरफोर्स के जरिए लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
सरकार का पूरा ध्यान ऑक्सीजन उपलब्ध कराने पर
डॉ. शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर की उपलब्धता और प्रदेश में ऑक्सीजन उत्पादन के 59 प्लांट लगाने का भी निर्णय लिया। इन प्लांटों के स्थापित होने के बाद करीब 120 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्राप्त की जा सकेगी । उन्होंने कहा कि सरकार ऑक्सीजन प्लांट लगाने सहित ऑक्सीजन की कमी को पूरी करने के हर संभव प्रयास पर काम कर रही है।