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सुखदेव सिंह गोगामेड़ी का आनंदपाल से क्या था कनेक्शन? कहीं यही तो नहीं बना मौत का कारण

राजस्थान में सुखदेव सिंह गोगामेडी की हत्या के मामले ने बवाल मचाकर रख दिया। कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार को इस मामले में जमकर घेरा जा रहा है। पुलिस लगातार आरोपियों की धर पकड़ के प्रयास कर रही है। इस बीच गोगामेड़ी हत्याकांड को लेकर गैंगस्टर रो हित गोदारा ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली। वहीं अब गोगामेड़ी, गैंगस्टर गोदारा और आनंद पाल के बीच ऐसे कुछ कनेक्शन सामने आ रहा है, जो इस हत्याकांड का कारण माना जा रहा है। इस कनेक्शन पर परत दर परत नजर डाली जाए तो, हत्याकांड की वजह समझ आ जाएगी। आखिर सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के पीछे क्या वजह रही है। इस रिपोर्ट से समझने की कोशिश करते हैं।
गोगामेडी का आनंदपाल से क्या था कनेक्शन
राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेडी और गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के बीच कनेक्शन सामने आया है।बता दें कि चूरू में वर्ष 2017 में आनंदपाल का एनकाउंटर हुआ। इसके बाद पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगे। इसमें राजपूत समाज के नेताओं ने इस एनकाउंटर को फर्जी बताया गया। इसको लेकर राजस्थान के कई स्थानों पर राजपूत समाज ने धरना प्रदर्शन भी किया। इस प्रदर्शन में सुखदेव सिंह गोगामेडी ने भी हिस्सा लिया। उधर, लॉरेंस बिश्नोई गैंग और आनंदपाल के बीच दुश्मनी थी। राजपूत होने के कारण उन्होंने आनंदपाल का समर्थन किया। इसके चलते गोगामेड़ी लॉरेंस बिश्नोई गैंग की हिट लिस्ट में आ गए। इस दौरान गोगामेड़ी ने करणी सेना से अलग होकर श्री राजपूत करणी सेवा नाम से संगठन खड़ा किया।
आनंदपाल और लॉरेंस गैंग के बीच थी दुश्मनी
जानकारी में सामने आया है कि अपना संगठन खड़ा करने के बाद सुखदेव सिंह ने बीएसपी से चुनाव लड़ा। लेकिन वह हार गए। इसके बाद सुखदेव सिंह ने प्रॉपर्टी का धंधा शुरू किया। इस बीच जाट और गुर्जरों की जमीन को लेकर रोहित गोदारा से उनका विवाद हो गया। उधर, आनंदपाल और लॉरेंस गैंग के बीच दुश्मनी थी। जबकि सुखदेव सिंह आनंदपाल के समर्थक थे। ऐसे में लॉरेंस बिश्नोई ने संपत नेहरा को सुखदेव को मारने का काम सौंपा लेकिन वह पकड़ा गया। इसके बाद संपत नेहरा ने रोहित गोदारा को इस काम के लिए चुना और यह काम सौंपा। बस यही से सुखदेव सिंह मामले में रोहित गोदारा की एंट्री हुई है।
करीब 2 साल तक गोदारा ने सुखदेव की रेकी की
सुखदेव सिंह गोगामेडी की हत्या की प्लानिंग भटिंडा जेल में बंद संपत नेहरा ने की। उसने गोगामेड़ी की हत्या के लिए रोहित गोदारा को चुना और उसे इस घटना को अंजाम देने की जिम्मेदारी सौंपी। इसके बाद रोहित ने करीब 18 महीने तक गोगामेड़ी की हर एक्टिविटी की रेकी की। इसके बाद जाकर रोहित गोदारा ने गोगामेड़ी की हत्या का पूरा प्रूफ प्लान तैयार किया। इसके लिए दो शूटर नीतीश फौजी और रोहित राठौड़ को तैयार किया। इससे पहले पंजाब पुलिस ने संपत नेहरा से पूछताछ की तो, उसमें सुखदेव सिंह को मारने की योजना सामने आई। इसको लेकर राजस्थान पुलिस को सूचना भी दी गई। उधर, सुखदेव सिंह ने भी राजस्थान पुलिस को बताया कि उसे धमकियां मिल रही है। ऐसे में उसे सुरक्षा दी जाए। लेकिन इस मामले में पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई। बाद में सुखदेव सिंह ने खुद अपने स्तर पर सुरक्षा गार्ड रखें।
गोगामेड़ी इसलिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग के टारगेट पर आए
लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्यों द्वारा जयपुर सहित राजस्थान के कई शहरों में वसूली के दर्जनों प्रकरण सामने आ चुके हैं। रुपए नहीं देने वालों पर जानलेवा हमला किए जाने की घटनाएं भी हुई है। कुछ उद्योगपति ऐसे भी हैं जो सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के परिचित हैं। जब उन्हें धमकियों भरे कॉल आए तो, उन्होंने सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को बताया। पिछले साल दिसंबर में चूरू जिले के रतनगढ़ निवासी महिपाल सिंह को भी धमकी मिली थी और उनसे 50 लाख रुपए मांगे गए। महिपाल, सुखदेव सिंह और आनंदपाल सिंह के भाई मंजीत पाल सिंह का जानकार था। ऐसे में ये दोनों बचाव में आए और रुपए नहीं देने की बात कही। इस तरह के कुछ व्यापारी भी हैं जिन्होंने सुखदेव सिंह के कहने पर रकम नहीं दी। ऐसे में गोगामेड़ी गैंगस्टर के लिए बाधा बना तो उन्हें भी धमकियां दी जाने लगी।

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