कांग्रेस नेता रंजन चौधरी के खिलाफ सदन और स्पीकर के अपमान का प्रस्ताव संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने उठाया। विशेषाधिकार हनन और उन्हें सस्पेंड करने की मांग की गई। स्पीकर ओम बिरला ने विशेषाधिकार हनन के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया।
अविश्वास प्रस्ताव के दौरान भी अमित शाह के भाषण के बीच में भी अधीर रंजन द्वारा पैदा किये जा रहे व्यवधान के कारण अमित शाह को भी उन्हें रोकना पड़ गया। गृह मंत्री ने कहा “आपकी पार्टी आपको बोलने नहीं देती .. आप विपक्ष के लीडर हो, आपको पार्टी समय में नहीं देती बोलने का.. मेरे भाषण में क्यों बोल रहे हो .????.
"Aapki party aapko bolne nahi deti.. aap leader opposition ho, aako party samay anhi deti bolne ka..mere bhashan me kyun bol rahe ho..😂😂😂
When Home Minister Amit Shah asks Adheer Ranjan Chowdhary to not to disturb in Lok Sabha. pic.twitter.com/9k95mkq6dh
— Jammu-Kashmir Now (@JammuKashmirNow) August 9, 2023
इस पर विपक्षी दलों के सदस्यों ने अधीर रंजन चौधरी के निलंबन के खिलाफ सांसदों ने लोकसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया और संसद में डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा तक मार्च किया। राहुल गांधी और मल्लिका मल्लिकार्जुन खड़गे ने विरोध का नेतृत्व किया।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे कहते हैं, “…वे लोकतंत्र को दबाना चाहते हैं और संविधान के अनुसार काम नहीं करना चाहते हैं। यही कारण है कि हम सभी पार्टियां यहां विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। हम उनके खिलाफ लड़ना जारी रखेंगे। गैरकानूनी काम…लोकतंत्र को जिंदा रखने के लिए हम संसद के अंदर और बाहर दोनों जगह लड़ेंगे…”
बता दें कि कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी को गुरुवार 10 अगस्त को लोकसभा की कार्यवाही से निलंबित कर दिया गया। वे सदन से तब तक सस्पेंड रहेंगे जब तक मामला प्रिविलेज कमेटी के पास लंबित है और जांच रिपोर्ट आती है। अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान पीएम मोदी (PM Modi) पर टिप्पणी की थी।