शुक्रवार को ताज की शाही मस्जिद में फिलहाल नमाज अदायगी नहीं
आगरा । कोरोना संक्रमण के मद्देनजर ताजमहल, आगरा किला और फतेहपुर सीकरी सहित बंद किए शहर के ऐतिहासिक स्थलों को फिर से खोल दिया गया है। इससे पर्यटन व्यवसाय से जुड़े छोटे-बड़े सभी उद्यमी बेहद खुश हैं। उन्हें करीब छह महीने से ठप पड़े अपने कारोबार को फिर से शुरू करने का मौका मिल रहा है। ताजनगरी में जिस तरह से पर्यटकों का आगमन हो रहा है, उसे देखते हुए पर्यटन व्यवसाइयों को उम्मीद है कि जल्द ही पर्यटन उद्योग रफ्तार पकड़ेगा। लेकिन, इसके लिए संबंधित रेलगाड़ियों की शुरुआत करनी ही होगी।
नमाज के लिए नही खुला ताजमहल
पर्यटकों के लिए 21 सितंबर को ताजहमल को खोल दिया गया है लेकिन जुम्मे की नमाज के लिए इस ऐतिहासिक स्थल की शाही मस्जिद को बंद ही रखा गया है। आज 25 सितंबर यानी शुक्रवार को भी यहां नमाज नहीं हो सकेगी। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग के अधीक्षक पुरातत्वविद वसंत कुमार ने बताया कि जिला प्रशासन ने धार्मिक गतिविधियों की इजाजत नहीं दी है, जिस वजह से शुक्रवार को दोपहर में दो घंटे के लिए ताजमहल नहीं खोला जाएगा। ताजमहल की इंतजामिया कमेटी ने नमाजियों से अपील की है कि शुक्रवार को नमाज के लिए न आएं। अगले सप्ताह इजाजत मिल जाती है तो तय दिशानिर्देशों के मुताबिक ही प्रवेश करें। उल्लेखनीय है कि ताजमहल सप्ताह के छह दिन पर्यटकों के लिए खुलता है। शुक्रवार को बंद रहता है। इस दिन दोपहर को नमाजियों के लिए सिर्फ दो घंटे की अवधि के लिए ही ताजमहल खोला जाता है। आगरा के अन्य स्मारक पर्यटकों के लिए खुलेंगे।
रेलगाड़ियाँ भी चलानी होंगी
आगरा के होटल व्यवसाइयों का कहना है कि पर्यटन स्थलों के खुल जाने से राहत मिली है। इसमें संदेह नहीं है कि पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होना तय है लेकिन पर्यटकों के आने की रफ्तार को बढ़ाने के लिए जरूरी है कि रेलगाड़ियों को भी शुरू करना होगा विशेषतौर पर गतिमान, ताज और शताब्दी एक्सप्रेस को जल्द शुरू करना होगा। ज्यादातर बाहरी पर्यटकों काआगमन इन्हीं रेलगाड़ियों के माध्यम होता है। सरकार को इस मामले पर विशेष ध्यान देना होगा।