राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग (Medical and Health Department) ने विशेष रूप से अलवर में कोरोना की संभावित तीसरी लहर के लिए हर स्तर पर व्यापक तैयारी करने के साथ सभी नर्सिंग कर्मियों को ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर, वेन्टिलेटर एवं आईसीयू का प्रशिक्षण दिलवाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि कोविड व नॉन कोविड श्रेणी के सभी मरीजों (Patients) का इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) स्तर पर किया जाना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के शासन सचिव सिद्धार्थ महाजन ने अलवर कलक्ट्रेट सभागार में जिले में कोरोना की संभावित तीसरी लहर की तैयारियों एवं चिकित्सकीय व्यवस्थाओं की समीक्षा बैठक ली। इस बैठक में महाजन ने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर के लिए हर स्तर पर व्यापक तैयारी की जाए। उन्होंने सीएमएचओ को निर्देश दिये कि सभी नर्सिंग कर्मियों को ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर, वेन्टिलेटर एवं आईसीयू का प्रशिक्षण दिलवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिये कि निर्माणाधीन ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट के शेष कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण करावे।
महाजन ने कहा कि जिले में 44 सीएचसी में करीब 1400 बेड उपलब्ध है और इनमें करीब 50 प्रतिशत खाली हैं फिर भी सामान्य अस्पताल में मरीजों का दबाव है और यहां करीब 700 बेड भरे हुए हैं। उन्होंने ध्यान दिलाया कि अलवर में चिकित्सकों के लगभग सभी पद भरे हुए हैं एवं पैरा मेडिकल स्टाफ अतिरिक्त उपलब्ध है। इसके अलावा राज्य सरकार ने आवश्यकतानुसार ऑक्सीजन प्लांट, ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर, चिकित्सकीय उपकरण, बैड एवं दवाइयां उपलब्ध कराई हुई है।
उन्होंने सीएमएचओ को निर्देश दिये कि सीएचसी स्तर पर ही हर प्रकार के मरीजों का इलाज सुनिश्चित कराने के प्रबंध किये जाएं। महाजन ने निर्देश दिये कि सभी सीएचसी एवं पीएचसी में कोविड और नॉन कोविड दोनों प्रकार के मरीजों का इलाज होगा इसके लिए सीएचसी एवं पीएचसी प्रभारी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करे।