UP Police Constable Exam: उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही के 60,244 पदों पर हुई भर्ती परीक्षा को सीएम योगी आदित्यनाथ ने निरस्त कर दिया है। सीएम योगी ने कहा कि 6 माह के भीतर ही पूर्ण शुचिता के साथ परीक्षा आयोजित करवायी जाएगी। युवाओं की मेहनत और परीक्षा की शुचिता से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ होगी कठोरतम कार्यवाही की जाएगी।
सीएम योगी ने दी जानकारी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर चयन के लिए आयोजित परीक्षा-2023 को निरस्त करने तथा आगामी 06 माह के भीतर ही पुनः परीक्षा कराने के आदेश दिए हैं। परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। युवाओं की मेहनत के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी दशा में बख्शे नहीं जाएंगे। ऐसे अराजक तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होनी तय है।
.@Uppolice आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर चयन के लिए आयोजित परीक्षा-2023 को निरस्त करने तथा आगामी 06 माह के भीतर ही पुन: परीक्षा कराने के आदेश दिए हैं।
परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
युवाओं की मेहनत के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी दशा में बख्शे नहीं…
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 24, 2024
अभ्यर्थियों ने जश्न मनाया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल सिविल पुलिस परीक्षा 2023 को रद्द करने और अगले 6 महीनों के भीतर पुन: परीक्षा आयोजित करने के आदेश की घोषणा के बाद लखनऊ में अभ्यर्थियों ने जश्न मनाया।
17-18 फरवरी को हुई थी परीक्षा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने ये बड़ा फैसला पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ हुई उच्चस्तरीय बैठक में समीक्षा करने के बाद किया। बता दें कि यह परीक्षा 17-18 फरवरी को हुई थी। इसमें करीब 50 लाख युवाओं ने आवेदन किया था और 48 लाख अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि इन भर्तियों को छह माह के भीतर ही पूर्ण शुचिता के साथ आयोजित किया जाए। साथ ही युवाओं की मेहनत और परीक्षा की शुचिता से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होगी। उन्होंने एसटीएफ को सख्ती से जांच करने के भी निर्देश दिए। गौरतलब है कि परीक्षा की गोपनीयता भंग करने वाले एसटीएफ की रडार पर हैं और अब तक एसटीएफ 300 से ज्यादा गिरफ्तारियां कर चुकी है।
भर्ती रद्द करने की हो रही थी मांग
बता दें कि यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपल लीक होने के बाद लगातार इस रद्द की मांग हो रही थी। कई परीक्षार्थियों का आरोप था कि परीक्षा से पहले पेपर लीक हो गया था। पुलिस भर्ती बोर्ड इन आरोपों की जांच कर रहा है। साथ ही सा पेपर लीक के खिलाफ परीक्षार्थी विभिन्न जिलों में धरना प्रदर्शन कर रहे थे। भर्ती रद्द होने के बाद उन्हें राहत मिली है